मुंबई: बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अपने प्रशंसकों के लिए एक कविता लिखकर अपनी भावनाएं जाहिर की हैं। उन्होंने एक ब्लॉग पोस्ट के तौर पर लिखी इस कविता में अस्पताल जाने के अनुभवों को साझा किया है। गौरतलब है कि अमिताभ शुक्रवार शाम को अपने स्वास्थ्य के रूटीन चेकअप के लिए लीलावती अस्पताल पहुंचे थे। हालांकि उनके अस्पताल पहुंचने पर यह अफवाह फैली कि अमिताभ बीमार हैं, लेकिन बाद में पता चला कि यह सिर्फ एक रूटीन चेकअप था।
अपनी इस कविता में उन्होंने लिखा कि अस्पताल जाना उनकी नियमित प्रक्रिया का हिस्सा है, जिसे वह उम्र के इस पड़ाव तक जारी रखे हुए हैं। अमिताभ के ब्लॉग पर लिखी कविता की शुरुआती पंक्तियां हैं, ‘जी, हां जनाब मैं अस्पताल जाता हूं, बचपन से ही इस प्रतिक्रिया को जीवित रखता हूं, वहीं तो हुई थी मेरी प्रथम पैदाइशी चित्कार, वहीं तो हुआ था अविरल जीवन का मेरा स्वीकार, इस पवित्र स्थल का अभिनंद करता हूं मैं, जहां ईश्वर की बनाई प्रतिमा की जांच होती हैं तय, धन्य हैं वे, धन्य हैं वे, जिन्हें आत्मा को जीवित रखने का सौभाग्य मिला।’
उन्होंने ब्लॉग में लीलावती अस्पताल जाने का जिक्र करते हुए लिखा कि वह वहां डॉक्टरों से मिले और उनकी बातों से राहत महसूस हुई। उन्होंने लिखा, ‘पहुंच गया आज रात्रि मैं लीलावती के प्रांगण में, देव समान दिव्यों के दर्शन करने के लिए मैं, विस्तार से देवी-देवताओं से परिचय हुआ, उनकी वचन-वाणी से आश्रय मिला।’ अमिताभ मशहूर कवि हरिवंश राय बच्चन के बेटे हैं। वह समय-समय पर कविताएं लिखते रहते हैं। अमिताभ बच्चन की पूरी कविता पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।