उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में कई उपहास सहने पड़े। उन्हें कुछ फिल्मों से तो सिर्फ उनके लंबे कद की वजह से हाथ धोना पड़ा। उनकी आवाज को लेकर भी मजाक उड़ाया गया। 'जब-जब जग उस पर हंसा है, तब तक इतिहास रचा है', उन्होंने यह सच कर दिखाया। लंबा कद और बुलंद आवाज उन्हें सबसे खास बनाती है। उन्होंने बॉलीवुड में 'बाबुल' जैसी फिल्म में किसी दूसरे को अपनी आवाज भी दी है।
कहते हैं कि कागज अपनी किस्मत से उड़ता है, लेकिन पतंग अपनी काबलियत से उड़ती है। दोस्तों अमिताभ जी को पतंग कहा जा सकता है, क्योंकि उन्होंने अपनी कामयाबी से दुनिया को जीत लिया।