कुछ ही दिनों बाद हिंदी सिनेमा के अभिनेता, निर्देशक व निर्माता गुरुदत्त ने उनका स्क्रीन टेस्ट लिया और पास होने पर उन्हें फिल्म 'सीआईडी (1956)' में खलनायिका का किरदार दिया। अभिनय के अपने हुनर से उन्होंने इस किरदार में जान डाल दी, इसके बाद उन्हें एक के बाद एक फिल्में मिलनी शुरू हो गईं। 'सीआईडी' की कामयाबी के बाद फिल्म 'प्यासा' (1957) में वहीदा रहमान को बतौर नायिका के रूप में लिया गया।