बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन कोरोना से जंग जीतकर घर वापिस आ चुके हैं। अमिताभ बच्चन उनके बेटे अभिषेक, बहू ऐश्वर्या राय और पोती आराध्या भी इस वायरस से संक्रमित हो गए थे। अमिताभ बच्चन मुंबई के नानावती अस्पताल में भर्ती थे। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने अमिताभ बच्चन पर नानावती अस्पताल क विज्ञापन करने का आरोप लगाया था जिसका अब बिग बी ने जवाब दिया है।
एक महिला जिनके पिता का टेस्ट अस्पताल ने गलत किया था। नानावती अस्पताल में भर्ती होने पर उनहें बेड सोर्स हो गए थे जिसकी वजह से इंफेक्शन भी हो गया था। उस महिला ने कमेंट किया- मिस्टर अमिताभ, वास्तव में यह बहुत दुख की बात है कि आप अस्पताल का विज्ञापन कर रहे हैं, जो मानव जीवन की परवाह नहीं करता है और केवल पैसा कमाना चाहता है... क्षमा करें, लेकिन आपका सम्मान पूरी तरह से खो दिया है।
अमिताभ बच्चन ने इस कमेंट का जवाब देते हुए लिखा- जाह्नवी जी.... मुझे आपके प्रिय और सम्मानित पिता के बारे में और उसके बाद विकसित हुई समस्याओं के बारे में जानने के लिए वास्तव में खेद है। मैं छोटी उम्र से ही अस्पतालों में रहा हूँ और चिकित्सा शर्तों के साथ जो सभी बहुत गंभीर रहे हैं। चिकित्सा पेशे में एक निश्चित आचार संहिता है और मैंने देखा है कि डॉक्टर, विशेषज्ञ, नर्स प्रबंधन सभी रोगी की देखभाल के लिए हाथ पर हाथ रखते हैं। "
उन्होंने आगे लिखा- नहीं .. मैं अस्पताल के लिए विज्ञापन नहीं करता हूं, मैं नानावती से मिलने वाली देखभाल और उपचार के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और मैंने इसे हर अस्पताल के लिए किया है जिसमें मैं भर्ती हुआ हूं और महान सम्मान के साथ ऐसा करता रहूंगा।आपने मेरे लिए सम्मान खो दिया है, लेकिन मैं आपको बता दूं कि जान्हवी जी, मैं अपने देश के चिकित्सा पेशे और डॉक्टरों के लिए सम्मान कभी नहीं खोऊंगा। और एक आखिरी बात .. MY RESPECT AND RESPECTABILITY आपके द्वारा न्याय करने वाली नहीं है। "
बिग बी के लिए अमूल ने एक स्पेशल पोस्टर शेयर किया था। इस पोस्टर को शेयर करते हुए अमिताभ बच्चन ने लिखा-अपने अनूठे पोस्टर अभियानों में मुझे लगातार सोचने के लिए AMUL धन्यवाद। वर्षों से 'अमुल' ने सम्मानित किया है मुझे ,एक साधारण शक़्सियत को 'अमूल्य' बना दिया मुझे। इस पोस्ट पर एक यूजर ने कमेंट किया- कम से कम फ्री में तो अमूल्य नहीं बनें होंगे। पैसे तो लिए होंगे।
अमिताभ बच्चन ने इस कमेंट पर जवाब दिया- बहुत बड़ी गलतफहमी में चल रहे हैं आप, मियां। जब सच ना पता हो तो अपने स्वच्छ मुख को स्वच्छ रखिए। न तो मैं अमूल को एंडोर्स करता हूं और न कभी किया है। तीर चलाने से पहले सोच समझ लेना चाहिए, नहीं तो वो आप पर ही आकर गिरेगा, जैसा कि अब हुआ है। तीर की जगह, जो मुहावरा है इस विषय पर, वो किसी और पदार्थ का वर्णन करता है। मेरी सभ्य परवरिश ने मुझे उशका वर्णन करने से रोक दिया।'