मुंबई: 60-70 के दशक के दिग्गज अभिनेता विनोद खन्ना का आज लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। 70 साल के विनोद खन्ना ने मुंबई के हरकिशन अस्पताल में आज आखिरी सांस ली।बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना में अच्छी दोस्ती थी। यही वजह है कि जब विनोद खन्ना बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती थे, उस वक्त अमिताभ ने एक बेहद ही भावुक कर देने वाला पोस्ट सोशल मीडिया पर लिखा था। अमिताभ ने अपना दुख प्रकट करते हुए लिखा था, ''अपने दोस्तों को इस हाल में देखकर तकलीफ भी होती है और खुद की क्षणभंगुरता का एहसास भी होता है।''अमिताभ और विनोद खन्ना ने एकसाथ कई फिल्मों में काम किया है। जिसमें मुकद्दर का सिकंदर, हेरा फेरी, अमर अकबर एंथोनी, शेरा और रेश्मा जैसी हिट फिल्में शामिल हैं।स्लाइड में देखिए विनोद खन्ना और अमिताभ की दोस्ती की मिसाल1976 में आई कॉमेडी फिल्म 'हेरा-फेरी'' में अमिताभ और विनोद खन्ना की जोड़ी खूब पसंद की गई थी।1977 में अमिताभ और विनोद फिल्म 'खून पसीना' में फिर एक बार साथ काम करते दिखे। फिल्म में अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना दुश्मन थे। दिलचस्प बात यह है कि दोनों में फिल्म की शूटिंग के दौरान असल में मनमुटाव हो गया।इसके बाद 1977 में निर्देशक मनमोहन देसाई की 'अमर अकबर एंथोनी' भी आई। इस फिल्म में विनोद खन्ना, अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर की तिकड़ थी। तीनों की जुगलबंदी पर हॉल में खूब सीटियां बजी। 1978 में प्रकाश मेहरा की फिल्म 'मुकद्दर का सिकंदर' आई। फिल्म के गाने और डायलॉग आज तक लोगों की जुबान पर है। इस फिल्म में अमिताभ और विनोद की जबरदस्त ऑनस्क्रीन केमिस्ट्री देखने को मिली।एक वक्त ऐसा था जब विनोद खन्ना और अमिताभ बच्चन टक्कर के स्टार माने जाते थे। विनोद अमिताभ से ज्यादा बड़े स्टार बन सकते थे। लेकिन विनोद ने करियर की पीक पर फिल्मी दुनिया छोड़कर ओशो के आश्रम में रहने का फैसला कर लिया और संन्यासी बन गए।कुछ समय बाद विनोद खन्ना फिल्मी परदे पर वापस लौट आए, वापस आने के बाद भी विनोद ने दयावान और चांदनी जैसी सुपरहिट फिल्में की।फिल्मी दुनिया के साथ विनोद ने राजनीति में भी हाथ आजमाया फिलहाल वो गुरदासपुर से सांसद भी हैं। लेकिन बीमार होने की वजह से लंबे समय से वो कैमरे से दूर हैं।फिलहाल विनोद खन्ना अस्पताल में भर्ती हैं। उनके परिवारवालों का कहना है विनोद की तबीयत में अब सुधार है और वे जल्द घर वापस आ जाएंगे।