मुंबई: अभिनेता अक्षय कुमार को इस बार के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की लिस्ट में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए चुना गया है। उन्हें ये सम्मान फिल्म ‘रुस्तम’ के लिए दिया जाएगा। लेकिन जब से अक्षय के लिए इस सम्मान का ऐलान हुआ है, बहुत सारे लोग इस पर उंगली उठा रहे हैं। लोगों का कहना है कि अक्षय इस सम्मान के हकदार नहीं हैं। लोग उंगली उठा रहे हैं कि अक्षय को यह अवॉर्ड प्रियदर्शन की वजह से मिल है। प्रियदर्शन नेशनल फिल्म अवॉर्ड के जूरी हेड थे और उन्होंने को लेकर भूल भुलैया, दे दना दन, हेरा फेरी और खट्टा मीठा जैसी कई फिल्में बनाई हैं।
आखिरकार इस मामले में अक्षय कुमार ने चुप्पी तोड़ दी है, हो रही आलोचनाओं पर अक्षय ने कहा, ‘’मैंने बॉलीवुड फिल्म इंड्रस्ट्री को 25 साल दिए हैं, मैंने कभी भी किसी से फिल्म या अवॉर्ड के लिए गुहार नहीं लगाई है। रही बात प्रियदर्शन की, कि उनकी वजह से मुझे ये अवॉर्ड मिला है तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं वो इस बात का जवाब पहले ही दे चुके हैं।
दरअसल प्रियदर्शन ने हाल ही में कहा था, ‘’अक्षय कुमार इस अवॉर्ड के लिए पूरी तरह से योग्य हैं, इसलिए उन्हें चुना गया है। मेरे अलावा जूरी में 38 लोग और थे, इतने सारे लोगों पर एकसाथ सवाल खड़ा करना बिल्कुल गलत है। पिछले साल जब रमेश सिप्पी नेशनल अवॉर्ड के जूरी हेड थे तब अमिताभ को पीकू के लिए अवॉर्ड मिला था तब क्यों किसी ने सवाल नहीं खड़े किए?‘’
इस बार के नेशनल अवॉर्ड में सोनम कपूर की फिल्म 'नीरजा' को बेस्ट हिंदी फिल्म के पुरस्कार के लिए चुना गया है। वहीं अजय देवगन की फिल्म 'शिवाय' को विजुअल इफेक्ट के लिए नेशनल अवॉर्ड से नवाजा जाएगा।
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