मुंबई: अभिनेता सचिन पिलगांवकर ने रविवार को अपने बचपन के दिनों को याद किया। इस दौरान उन्होंने एक खास पल को याद किया, जब भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें अपना लाल गुलाब दिया था। सचिन ने कहा, "उस पल को मैं कभी नहीं भूल सकता। 1963..मुझे याद है, जब मेरी पहली मराठी फिल्म 'हा माजा मार्ग एकाला' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने मैं दिल्ली जा रहा था। यह पुरस्कार मुझे पंडित जवाहरलाल नेहरू की उपस्थिति में देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णनन देने वाले थे।"
सचिन ने कहा, "मैं पांच वर्ष का था और काली शेरवानी, चूड़ीदार पाजामा पहने हुआ था। साथ ही एक जूती भी पहनी थी, जो मेरी मां मेरे लिए लेकर आई थी।"
उन्होंने कहा, "पुरस्कार प्राप्त करने के बाद, मैंने दोनों को नमस्ते किया और स्टेज से जाने लगा, लेकिन तभी मैंने- सुनो! की आवाज सुनी। वह पंडित जी थे।"
सचिन ने कहा, "उन्होंने मुझे अपनी गोद में बिठा लिया। कोट में लगा अपना लाल गुलाब निकाला और मेरी शेरवानी पर लगा दिया और कहा 'जाओ..बहुत बड़े बनोगे' मैं नीचे गया और पुरस्कार व गुलाब, दोनों के साथ अपने माता-पिता के पास पहुंचा..दोनों मेरे लिए आज भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं।"