अभिनेता पंकज त्रिपाठी अभिनय के तमाम क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं और अब क्वॉरेंटाइन के इन दिनों में वह अपने अंदर छिपे लेखक को बाहर लाने का प्रयास कर रहे हैं। कोरोनावायरस की कड़ी को तोड़ने के लिए देशभर में सरकार की ओर से बुलाए गए 21 दिनों के लॉकडाउन की वजह से अभिनेता पिछले एक सप्ताह अपने घर में ही बंद है।
वह कहते हैं, "कलाकार अक्सर लेखन से जुड़े होते हैं, यहां तक कि अपनी परियोजनाओं में भी, जिसमें उन्हें सिर्फ अभिनय करना होता है। एक कलाकार के तौर पर, लेखक जो कहना चाह रहा है उस बात को हम अपनी बॉडी लैंग्वेज, अपनी कुशलता से पर्दे पर पेश कर दर्शकों से संवाद स्थापित करते हैं।"
वह आगे कहते हैं, "लेखन मेरे लिए एक रचनात्मक गतिविधि है और मैं ऐसा पटकथा लिखने के मकसद से बिल्कुल भी नहीं कर रहा हूं। अपनी इस कला को निखारने के लिए ही मैंने अपने विचारों को लिखना शुरू कर दिया है। मेरे मुताबिक लेखन और अभिनय एक-दूसरे से परस्पर जुड़े हुए हैं। मैं अपनी खुद की रचनात्मक तलाश को पूरा करने के लिए ही लिख रहा हूं। देखता हूं आखिरकार क्या निकलकर आता है और अगर मुझे इससे संतुष्टि मिलती है, तो देखूंगा कि आगे इसके साथ मैं और क्या कर सकता हूं।"
अभिनय की बात करें, तो आने वाले समय में पंकज 'लूडो' और 'गुंजन सक्सेना : द कारगिल गर्ल' जैसी फिल्मों में नजर आएंगे।