टीवी सीरियल 'तारा फ्रॉम सतारा' और 'गब्बर इज बैक' जैसी फिल्मों में अपने अभिनय से पहचान बनाने वाले एक्टर आशीष गोखले इन दिनों कोरोना वॉरियर बन कर लोगों के इलाज में जुटे हैं। आशीष पेशे से डॉक्टर हैं और आज उनका यह नेक इरादा कई लोगों की जिंदगी बचाने के काम आ रहा है। आशीष इन दिनों दिन रात मरीजों की मदद के लिए हॉस्पिटल में रह रहे हैं। उनसे एक्सक्लूसिव बातचीत की इंडिया टीवी की एंटरटेनमेंट एडिटर जोईता मित्रा सुवर्णा ने....
आशीष से जब पूछा गया कि एक्टिंग करते-करते मरीजों का इलाज करने का नेक इरादा कहां से आया तो उन्होंने कहा, 'मेरे माता-पिता और बहन डॉक्टर हैं। इसलिए डॉक्टर बनने की प्रेरणा मुझे वहीं से मिली है। मुझे बचपन में एक्टिंग करनी थी, इसलिए मैंने पहले ही घरवालों को कहा था कि मैं पढ़ाई कंप्लीट करने के बाद मुंबई जाऊंगा। स्ट्रलिंग के दिनों में मैं रात में हॉस्पिटल में काम करता था और दिनभर ऑडिशन देता था।'
एक्टिंग के साथ-साथ मरीजों का करते रहे इलाज
आशीष ने आगे कहा, 'धीरे-धीरे मुझे काम मिलना शुरू हो गया था। मैंने जॉब छोड़ दी थी, लेकिन मैं आईसीयू में जाता रहता था। मैंने कभी पूरी तरह से काम क्विट नहीं किया। मेरा इसी तरह से सफर जारी है। कई बार ऐसा हुआ है, जब मैंने दिन में शूटिंग की और रात भर मरीजों का इलाज किया है।'
25 मार्च से अस्पताल में हैं मौजूद
आशीष ने बताया कि वो 25 मार्च से अस्पताल में हैं और उन्हें 24 घंटे काम करना पड़ता है। उन्होंने कहा, 'मुझे हॉस्पिटल ने 25 मार्च को फोन किया था 24 घंटे काम करने के लिए बुलाया, मुझे लगा कि ये सही वक्त है, जब मैं देश के सेवा कर सकता हूं। मैं तभी से अस्पताल में ही हूं।'
लॉकडाउन का गंभीरता से करें पालन
लॉकडाउन को लेकर आशीष ने कहा, 'लॉकडाउन को गंभीरता से लेना चाहिए। पुलिसकर्मी, डॉक्टर, सफाई कर्मी सहित तमाम वो लोग, जो काम में जुटे हैं, उनके ऊपर बहुत प्रेशर आ रहा है। इस बीमारी से दूर रहना और इस चेन को तोड़ना बहुत जरूरी है।'
भारतीयों का इम्युनिटी सिस्टम है अच्छा
आशीष ने ये भी बताया कि अगर अस्पताल में कोई मरीज आता है तो सबसे पहले पूछते हैं कि कोई ट्रैवल हिस्ट्री है क्या? बुखार, सर्दी-जुकाम कितने दिन से है। इसके बाद हम कोरोना का टेस्ट लेते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को डरना नहीं चाहिए। सोशल मीडिया पर जो मैसेज और वीडियो आ रहे हैं, उन पर विश्वास मत करिए। सिर्फ प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को सुनिए। डॉक्टर की बात मानिए। नियमों को फॉलो करिए, सब ठीक हो जाएगा, क्योंकि भारतीयों का इम्युनिटी सिस्टम बहुत अच्छा है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। इसका इलाज सिर्फ और सिर्फ एहतियात बरतना है।
सावधानी बरतने के तौर पर आशीष ने कहा कि अगर सर्दी, बुखार या खांसी-जुकाम है तो सीधे डॉक्टर के पास जाएं। उनसे कुछ छिपाए नहीं। सब्जियों को बाहर से खरीद रहे हैं तो उन्हें उबाल लें। कच्चा कुछ मत खाएं। हाथों को धोते रहिए। अगर नियमों का पालन करेंगे तो इस कोरोना वायरस को खत्म किया जा सकता है।