हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता जगदीप का 81 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने बुधवार को अपने घर में आखिरी सांस ली। उनका असली नाम सईद इश्तियाक अहमद जाफरी था। जगदीप ने अपने करियर में 400 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उन्हें पहचान फिल्म शोले मे सूरमा भोपाली किरदार से मिली थी। वह एक एक्टर के साथ बेहतरीन कॉमेडियन भी थे। जगदीप उन सह-कलाकारों में से एक थे जिन्हें प्रधानमंत्री ने सम्मानित किया था। आइए आपको उनके फिल्म सफर के बारे में बताते हैं। उनकी शानदार फिल्मों के बारे में बताते हैं।
एक्टर-कॉमेडियन जगदीप ने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी। उनकी पहली फिल्म बी. आर चोपड़ा की 'अफसाना' थी। इसके बाद वह गुरु दत्त की आर पार, अब दिल्ली दूर नहीं, मुन्ना जैसी कई फिल्मों में नजर आए। हम पंछी एक ढाल के फिल्म के बाद जगदीप को काफी सराहना मिली। पंडित जवाहर लाल नेहरु ने भी तारीफ की थी।
जगदीप बतौर लीड एक्टर 'भाभी', 'बरखा' और 'बिंदिया' जैसी कई फिल्मों में नजर आए। उन्होंने फिल्म ब्रह्मचारी से खुद को कॉमेडियन के रुप में प्रस्तुत किया। उन पर कई सुपरहिट गाने भी बनें। उनमें चल उड़ जा रे पंछी, चली चली रे पतंग जैसे कई गाने हैं।
कॉमेडी के अलावा जगदीप ने हॉरर फिल्मों में भी अपना हाथ आजमाया था। वह हिट फिल्म पुराना मंदिर में नजर आए थे। इस फिल्म में उन्होंने मच्छर नाम का किरदार निभाया था।
शोले में सूरमा भोपाली के किरदार के अलावा जगदीप ने अंदाज अपना अपना में सलमान खान के पिता का किरदार निभाया था। ये दोनों ही किरदार न सिर्फ काफी पसंद किए गए बल्कि ये आज भी लोगों के लिए यादगार हैं।
जगदीप आखिरी बार 2012 में आई फिल्म गली गली चोर है में नजर आए थे। उन्होंने पुलिस कॉन्सटेबिल का किरदार निभाया था। इसके अलावा वह लाइफ पार्टनर. बॉम्बे टू गोवा, कहीं प्यार ना हो जाए, चाइना गेट जैसी फिल्मों में नजर आ चुके हैं।