मुंबई: बॉलीवुड एक्टर अभय देओल ने उन बॉलीवुड सेलेब्रिटीज की आलोचना की है, जो अपने देश की समस्याओं के बारे में आवाज न उठाकर अमेरिका के ब्लैक लाइव्स मूवमेंट को अपना समर्थन देने के लिए आगे आ रहे हैं। अभय ने कहा है कि यह अपने देश के लिए प्रासंगिक आंदोलन और क्रियाकलापों को करने का समय है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपने विचार व्यक्त किए हैं।
अभय लिखते हैं, "क्या यह वक्त इन सारी चीजों के लिए है? अब जब जागरूक इंडियन सेलेब्रिटीज और मिडिल क्लास अमेरिका में प्रणालीगत नस्लवाद के साथ लड़ने के लिए एकजुट हो रहे हैं, शायद वे अपने यहां की समस्याओं के प्रति ही अनजान हैं। अमेरिका ने पूरी दुनिया को हिंसा का निर्यात किया है। उन्होंने इसे पहले की अपेक्षा और भी ज्यादा खतरनाक जगह बना दिया है। ऐसा तो होना ही था।"
अभय ने आगे लिखा, "मैं यह नहीं कह रहा हूं कि वे इसके हकदार हैं, बल्कि मैं कह रहा हूं कि इस तस्वीर को इसकी पूरी समग्रता के साथ देखें। मैं कह रहा हूं कि अपने देश में प्रणालीगत समस्याओं के लिए आवाज उठाकर उनका समर्थन करें, क्योंकि ये भी आगे चलकर कुछ ऐसा ही बनकर उभर सकते हैं। मैं कह रहा हूं कि उनके नेतृत्व का पालन करें, लेकिन उनके कार्यो का अनुसरण न करें। अपने देश के लिए प्रासंगिक कार्यों को करें, उनके लिए मुखर बनें। ब्लैक लाइव्स मूवमेंट इसी के बारे में ही तो है। समग्र रूप में हम या वे नहीं, बल्कि बात एक पूरे देश की है। हैशटैगमाइग्रेंटलाइव्समैटर, हैशटैगपूअरलाइव्समैटर हैशटैगमाइनरिटीलाइव्समैटर।"
पिछले कुछ दिनों में करण जौहर, प्रियंका चोपड़ा जोनस, करीना कपूर खान, दिशा पटानी और ईशान खट्टर सहित कई हस्तियों ने इस आंदोलन का समर्थन किया है, जो पुलिस हिरासत में एक अश्वेत अमेरिकी की मौत से संबंधित है, जिसका नाम जॉर्ज फ्लॉयड है।
आईएएनएस इनपुट के साथ