नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेता ओम पुरी ने शुक्रवार को इस दुनिया को अलविदा कह दिया। 66 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने के कारण उनकी देहांत हो गया। उनके निधन से पूरे फिल्मी हस्तियां और उनके फैंस सदमे में हैं। उनका जन्म 18 अक्टूबर 1950 को हरियाणा के अंबाला में हुआ था। उन्होंने पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट से ग्रेजुशन किया। ओम पुरी ने अपने फिल्मी करियर में 250 से भी ज्यादा शानदार फिल्में दी हैं। बॉलीवुड से हॉलीवुड तक, फीचर फिल्मों से लेकर गंभीर कलात्मक फिल्मों तक उन्होंने कई बेहतरीन किरदार निभाए। उन्होंने न सिर्फ हिन्दी भाषा में बल्कि कन्नड़, पंजाबी, मराठी सहित कई अंग्रेजी फिल्मों में भी काम किया है।
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लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनियाभर में अपने शानदार अभिनय से दुनियाभर में खास पहचान बनाने वाले ओम पुरी का अंग्रेजी में हाथ काफी तंग था। लेकिन जब वह नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में पहुंचे तो उन्हें अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल करना था। इस बात से काफी परेशान भी रहे। यहां तक की वह वापस पंजाब जाने की भी सोच रहे थे। लेकिन फिर उन्होंने अपनी अंग्रेजी भाषा को सीखने के लिए कड़ी मेहनत की और उनकी मेहनत रंग भी लाई। उन्होंने बॉलीवुड के साथ-साथ हॉलीवुड में भी एक बड़ा नाम हासिल किया है।
समीक्षकों द्वारा प्रशंसित अभिनेता ओम पुरी ने 'अर्ध सत्य', 'जाने भी दो यारों', 'मिर्च मसाला', 'आक्रोश', 'पार', 'माचिस' जैसी कई फीचर फिल्में की। उनकी मशहूर फिल्मों में 'भावनी भवाई', 'धारावी', 'गुप्त', 'धूप', 'युवा', 'डॉन' और 'अग्निपथ' शामिल है।