मुंबई: अपनी फिल्म ‘रॉकस्टार’ के छह साल पूरे होने पर निर्देशक इम्तियाज अली ने कहा कि फिल्म के कुछ हिस्से भावनात्मक रूप से प्रभावित करते हैं लेकिन साथ ही वे कई बार ‘‘अतार्किक’’ लगते हैं। ‘सोचा न था’, ‘जब वी मेट’ और ‘लव आजकल’ के बाद आयी ‘रॉकस्टार’ इम्तियाज की चौथी फिल्म थी। फिल्म एक प्रेम कहानी थी जिसमें दुख, प्यार, सफलता, उतार-चढ़ाव जैसी कई चीजें थीं।
रणबीर कपूर और नरगिस फाकरी जैसे कलाकारों से सजी 2011 में आयी फिल्म को अलग अलग तरह की प्रतिक्रियाएं मिली थीं। फिल्म को समीक्षकों ने सराहा था और रणबीर के अभिनय और ए आर रहमान के संगीत की काफी तारीफ हुई थी।
इम्तियाज एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं फिल्म बनाने में भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ था। मुझे लगता है कि इसके कुछ हिस्से बहुत साफ थे, बहुत पाक थे। फिल्म में एक बेचैनी दिखती है और इसे इस तरह दिखाने का मेरा इरादा नहीं था। मुझे यह भी लगता है कि फिल्म के कुछ हिस्से सीधे आपके दिल का छूते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘फिल्म का नायक ‘जॉर्डन’ एक अतार्किक इंसान है, वह कुछ भी सोच समझकर नहीं करता। मेरे एक दोस्त ने मुझसे कहा कि वह ‘रॉकस्टार’ के गुस्से से खुद को जोड़ सकता है। वह एक समृद्ध, धनी परिवार से आता है और उसकी जिंदगी में सब कुछ सही है। मैंने उससे पूछा कि फिर यह गुस्सा कहां से आता है, क्यों है। उसने कहा कि उसे नहीं पता। यह बेहद अतार्किक है। ऐसा नहीं कि जिंदगी में कुछ हुआ है जिससे उसमें इतनी नाराजगी है।’’