नई दिल्ली: रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और शाहिद कपूर की फिल्म पद्मावत की चर्चा हर तरफ है। चर्चा विवादों पर भी है, चर्चा एक्टिंग और लुक की भी है। फिल्म में रणवीर सिंह को क्रिटिक्स से काफी तारीफें मिल रही हैं। रणवीर इस फिल्म में विलेन अलाउद्दीन खिलजी के किरदार में हैं, लेकिन वो हर एंगल से फिल्म के हीरो शाहिद कपूर पर भारी पड़े हैं। इस फिल्म की स्क्रिप्ट हीरो को नहीं विलेन को ध्यान में रखकर लिखी गई है।
यह पहली बार नहीं है जब बॉलीवुड में इस तरह क फिल्में बनी हैं। इससे पहले भी कई ऐसी फिल्में आई हैं जहां खलनायक, नायक से भारी पड़ा है।
डर: साल 1993 में आई फिल्म डर में सनी देओल हीरो थे, जबकि शाहरुख खान फिल्म में निगेटिव किरदार में थे। उस वक्त सनी देओल जाना माना नाम थे, और शाहरुख बड़े हीरो नहीं थे। लेकिन इस फिल्म ने सब कुछ बदल दिया। शाहरुख हिट हो गए और सनी देओल इस फिल्म में हीरो बनकर भी वो नहीं कर पाए जो शाहरुख ने निगेटिव रोल के साथ कर दिखाया। शाहरुख को अपने इस रोल के शाहरुख को उस साल का बेस्ट विलेन का फिल्मफेयर भी मिला था।
संघर्ष: साल 1999 में रिलीज हुई फिल्म संघर्ष में अभिनेता अक्षय कुमार लीड रोल में थे। लेकिन फिल्म हिट हुई तो आशुतोष राणा की वजह से। विलेन के किरदार में आशुतोष ने जो डर लोगों के जहन में बसाया, आज भी लोग उनके किरदार को याद रखते हैं।
अग्निपथ: साल 2012 में रिलीज हुई संजय दत्त की फिल्म अग्निपथ ने बॉलीवुड को एक खूंखार विलेन दिया। कांचा के रोल में संजय दत्त ने खतरनाक रोल किया। कांचा के रोल ने ऋतिक रौशन के हीरो वाले किरदार को भी फीका कर दिया।