Aap Ki Adalat : भोजपुरी सुपर स्टार और गोरखपुर से बीजेपी सांसद रवि किशन कहना है कि वह रोजाना वर्कआउट इसलिए करते हैं क्योंकि 'फिल्मों और वेब सीरीज में मेरे चेहरे पर 300 से 400 करोड़ रुपये लगे हैं।
इंडिया टीवी पर शनिवार रात 10 बजे प्रसारित शो 'आप की अदालत' में रजत शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए रवि किशन ने कहा, 'मैं वेजीटेरियन हूं और रोज एक से डेढ़ घंटा कसरत करता हूं, शिव भक्त हूं, रोज पूजा करता हूं। सब के पास बिजनेस होता है लेकिन मेरे पास कोई बिजनेस नहीं है। मैं खुद एक इंडस्ट्री हूं। लोगों के कई सौ करोड़ रुपये मेरे चहरे पे लगे रहते हैं। अभी भी करीब तीन-चार सौ करोड़ फिल्मों, बेव सीरिज, नेटफ्लिक्स में लगे हैं। अक्षय कुमार जी के साथ बहुत बड़ी-बड़ी फिल्में कर रहा हूं। तीन-चार सौ करोड़ का इन्वेस्टमेंट अभी-भी मेरे चहरे पे है। तो मुझे बहुत संभल कर रहना है। मुझे अपने प्रोड्यूसर्स को भी जिन्दा रखना है।'
रजत शर्मा: मैंने एक बार आपको कहते सुना था, मेरी बॉडी ही मेरा शोरूम है?
रवि किशन: हां, आप सभी लोग भी अपने आप को फिट रखिए। स्वास्थ रहना जरूरी है।
रजत शर्मा: आप भोजपुरी फिल्मों के देव आनंद माने जाते हैं। आप हर फिल्म में नई हीरोइनें लेकर आते हैं। नगमा, रंभा, बागेश्वरी, रानी चटर्जी, मोनालिसा, प्रतीक्षा, नेहा तिवारी, अंजना सिंह, संगीता तिवारी ?
रवि किशन : मैं रोज़ तीन शिफ्ट में शूटिंग करता था। रोज तीन फिल्मों की शूटिंग तो कभी-कभी पांच फिल्मों की शूटिंग भी मैंने की। मेरी 17 फिल्में एक साल में आती थीं। मेरे फैन्स भी चाहते थे कि मैं नए-नए रूप में आऊं और नए किरदारों के साथ दिखूं। हीरोइनें आ रही थीं तो सुपरस्टार बन जा रही थीं। कुछ बिजी भी हो जाती थीं। नयी लड़कियों को और मुझे लगता था कि मैं (भोजपुरी) इंडस्ट्री बना रहा हू। थर्ड फेज में तो मुझे बहुत सारे कलाकार चाहिए थे। मैं नए-नए लोगों को इंट्रोड्यूस करता था ताकि ज्यादा हीरोइनें रहेंगी, ज्यादा हीरो रहेंगे, ज्यादा लोग रहेंगे तो इंडस्ट्री बड़ी होगी और काफी लोगों को रोज़गार मिलेगा। तो उसमें बहुत सारी लड़कियों को इंट्रोड्यूस करता था। उनको ट्रेनिंग देता था। बाकायदा उनके साथ पूरा समय और तबज्जो देता था कि लोग अलग तरीके से परफॉर्म करें। भोजपुरिया समाज बहुत बड़ा है। 25 करोड़ की आबादी है। जैसा कि आप भी जानते है इस समाज में बच्चा पैदा होने से लेकर के मृत्यु तक संगीत होता है। इनके जीवन में बहुत रंग होता है। शादियों में गालियां भी होती हैं। बहुत सारी चीज़ें हमारे कल्चर में बहुत रंगीन, कलरफुल , आध्यात्मिक, लिटेरेचर से भी भरी हुई हैं। जमीनी भी हैं , गांव की भी हैं , किसानों की भी हैं। ये जो पूरा रंग है भोजपुरिया समाज का वो बहुत कलरफुल है। इसलिए उसमें (फिल्मों में) कुछ इस तरह के शब्द ऐसे आते है ताकि लोग अपने तनाव को कम कर सकें। लोग आएं दो-ढाई घंटे का आनंद ले सकें।
रजत शर्मा : और फिर गाना गाया 'तोहार लहंगा उठा देब रिमोट से' ?
रवि किशन : भैया, समस्त भारत के सामने हम रवि किशन इ गाना खातिर कान पकड़ के छमा माँगत हैं। इ गाना हम नहीं गाए। ये गाना गए थे उदित (उदित नारायण) भैया। यह गाना आया था सेट पर। क्योंकि मैं तीन-तीन शिफ्ट करता था। तो मुझे पता नहीं रहता था। हम सोते-सोते दूसरे सेट पर जाते थे। गाना बजने लगा और मुझे परफॉर्म करना था। परफॉर्म करके दूसरी जगह जाना था। मैं spontenious (सहज) आदमी हूं। बहुत कम होमवर्क करता हूं। कम रीडिंग करता हूं। मैं सीधे सेट पर आता हूं और परफॉर्म करके चला जाता हूं।
भोजपुरी सुपर स्टार ने बिग बॉस टीवी सीरियल की तारीफ की, जिसमें उन्होंने 2006 में हिस्सा लिया और तीसरे स्थान पर रहे। उन्होंने कहा, टीवी सीरियल ने उनकी जिंदगी और करियर बदल दिया।
रवि किशन: 'फिल्में हिट होने के बाद मैं अहंकारी हो गया था। मेरी पत्नी ने सही राय दी और कहा नया शो आ रहा है बिग बॉस का नया सीजन, चले जाओ। जब तीन महीने बाद उस शो से निकला तो बहुत बदल गया। मैं बहुत पॉपुलर भी हो गया और बहुत नॉर्मल हो गया। मुझे वो शिव , अध्यात्म दिखायी दे ,पत्नी - बच्चे, पारिवारिक जीवन एकदम sorted हो गया। मैं तीन महीने बाद एक बहुत बड़े कैद से बहार निकला। बिग बॉस मेरे लिए अध्यात्म का कैद था। बिग बॉस ने मेरी जिंदगी में बहुत असर किया है।
रजत शर्मा : मतलब बिग बॉस ने आपको सुधार दिया।
रवि किशन : हां, आपको बंद कर देते हैं, आप खुद ही या तो बिगड़ जाएं , या आप अपने आप में सुधार लाएं। क्योंकि समय-समय होता है। ना मोबाइल है। ना टीवी है। ना कुछ है। आप अकेले बैठे-बैठे सारे खुराफात चलाते रहो दिमाग में कि क्या गलत, क्या सही... क्या ये, क्या वो।
रजत शर्मा: जिस समय आप बिग बॉस में गए, आप बहुत बड़े स्टार थे , 17 फिल्में आपकी फ्लो में थीं, क्या ये रिस्क नहीं था ?
रवि किशन : बहुत बड़ा रिस्क था। मुझे लगा मैं बाहर निकलूंगा, बहुत सारे हीरो आ जाएंगे। फिल्म इंडस्ट्री में तो ऐसा है कि दो दिन आप गायब हो गए तो दूसरा कोई आ जाता है। लेकिन यह नेचुरल है। आपका कोई इंतज़ार नहीं करता। हम लोग को गलतफहमी होती है कि मेरी वजह से इंडस्ट्री चल रही है। ये गलतफहमी किसी को नहीं रहनी चाहिए। किसी कि वजह से कुछ चलता नहीं है। समय चलता रहता है। लेकिन, मैंने वो रिस्क ले लिया। पूरे परिवार के लिए वो रिस्क लेना जरुरी था।