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पूर्वोत्तर के जिन तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए, उनमें त्रिपुरा के नतीजों पर लोगों की सबसे ज्यादा नजर थी। इसकी वजह यह थी कि इसमें तीन राष्ट्रीय दलों- भाजपा, कांग्रेस और वाम दलों के लिए काफी कुछ दांव पर लगा हुआ था।
2014 में मोदी प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने नॉर्थ ईस्ट पर फोकस किया। नॉर्थ ईस्ट को देश की मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिशें शुरू हुई। इसका नतीजा ये हुआ कि पहले पूर्वोत्तर के सबसे बड़े राज्य असम में बीजेपी की सरकार बनी।
त्रिपुरा में बीजेपी को शानदार जीत मिली है। पांच साल तक सरकार चलाने के बाद त्रिपुरा में बीजेपी की फिर वापसी हुई है ये बड़ी बात है क्योंकि त्रिपुरा ही वो राज्य है जहां बीजेपी ने पिछली बार लेफ्ट के 25 साल को शासन का अंत किया था।
नई दिल्ली: चुनावों परिणाम आने के बाद परम्परा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी के ऑफिस आकर मतदाताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। इसी परम्परा को निभाते हुए इस बार भी पीएम मोदी केंद्रीय कार्यालय पहुंचे हैं।
त्रिपुरा विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती अभी जारी है। बीजेपी साल 2018 के 36 सीटों के अपने आंकड़े को इस बार बेहतर करने के लिए उम्मीद जता रही है, लेकिन इस बीच बीजेपी के लिए एक निराशाजनक खबर आई है।
साल 2018 विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने जीत दर्ज कर 30 साल से सत्ता पर काबिज लेफ्ट के शासन को उखाड़ फेंका था। ऐसे में आज वोटों की गिनती के बीच धीरे धीरे जैसे हालात सामने आ रहे हैं उससे यह लग रहा है कि राज्य में भाजपा एक बार फिर से सरकार बनाने की तरफ बढ़ रही है।
माणिक साहा ने कांग्रेस के आशीष कुमार साहा को शिकस्त दी है। रुझानों को देखते हुए मुख्यमंत्री के आवास पर मिठाइयां भी बांटी जा रही हैं। इस बीच, सीएम माणिक साहा ने चुनाव नतीजे पर प्रतिक्रिया दी है।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) त्रिपुरा में सत्ता बरकरार रखने की ओर अग्रसर दिखाई दे रही है, लेकिन टिपरा स्वदेशी प्रगतिशील क्षेत्रीय गठबंधन (TIPRA) बीजेपी की रणनीति में एक बड़ी चुनौती के रूप में उभरा है।
Tripura, Meghalaya, Nagaland में हुए विधानसबभा चुनाव के वोटों की गिनती आज सुबह से जारी है। इन तीनों राज्यों में विभिन्न राजनीतिक दलों में कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है। देखें कौन कहां से जीत रहा है।
त्रिपुरा में खबर लिखे जाने तक जो शुरुआती रुझाने सामने आए हैं, उनमें बीजेपी गठबंधन आगे चल रहा है और कांग्रेस-लेफ्ट की हालत खराब हो रही है। त्रिपुरा में 16 फरवरी को वोटिंग हुई थी और 81.1 फीसदी मतदान हुआ था।
Tripura Election Result LIVE: त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए 16 फरवरी को कड़ी सुरक्षा के बीच वोटिंग हुई थी। त्रिपुरा में 60 विधानसभा सीटों पर करीब 89 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। त्रिपुरा 60 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए 31 सीटें जरूरी हैं।
Assembly Election Result 2023: तीनों ही राज्यों में विधानसभा की 60-60 सीटें हैं। बहुमत पाने के लिए 31 सीटों की जरूरत है। जो भी पार्टी इस आंकड़े को छू लेगी राज्य में उसकी सरकार बनेगी।
राज्य में सत्ता में आसीन भारतीय जनता पार्टी ने 60 विधानसभा सीटों में से 54 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे। वहीं छह सीटों पर बीजेपी का गठबंधन दल IPFT ने अपने उम्मीदवार उतारे।
स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए 31,000 मतदानकर्मी और केंद्रीय बलों के 25,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। 1,100 बूथों की पहचान संवेदनशील और 28 की पहचान अति संवेदनशील के रूप में की गई है।
त्रिपुरा में 3,337 मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा, जिनमें से 1,100 की पहचान संवेदनशील और 28 की पहचान अति संवेदनशील के रूप में की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिपुरा में हैं और अगरतला में चुनावी रैली को संबोधित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी पिछले दो दिन में दूसरी बार त्रिपुरा में हैं।