हैदराबाद: तेलगु देशम पार्टी (तेदेपा) के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ कार्यवाहक मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की तरफ से लगातार हो रहे हमलों के बीच, तेदेपा तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कड़ी चुनौती देने के प्रयास में जुटी है। तेलंगाना की 119 सदस्यीय विधानसभा के लिए सात दिसंबर को होने वाले चुनाव को कुछ लोग आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए ‘‘करो या मरो’’ की राजनीतिक जंग के तौर पर भी देख रहे हैं।
तेदेपा पोलितब्यूरो के वरिष्ठ सदस्य रावुला चंद्रशेखर रेड्डी, राव द्वारा नायडू पर बार बार निशाना साधने को ‘‘घबराहट में की जा रही प्रतिक्रिया’’ मानते हैं। रेड्डी ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘छह सितंबर को (विधानसभा भंग होने के बाद), उन्होंने (राव) कहा कि तेदेपा का तेलंगाना में केवल 0.2 प्रतिशत मत प्रतिशत है। अब वह (राव) अपने भाषण का 50 प्रतिशत समय नायडू और तेदेपा की आलोचना करने में खर्च कर रहे हैं। यह उनकी घबराहट वाली प्रतिक्रिया और हताशा को दिखाता है।’’
कांग्रेस, तेदेपा, तेलंगाना जन समिति और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने सत्तारूढ़ टीआरएस (तेलंगाना राष्ट्र समिति) के खिलाफ गठबंधन कर लिया है। भाजपा के साथ गठबंधन में, तेदेपा को 2014 चुनावों में 14.7 प्रतिशत मतों के साथ 15 सीटें मिली थीं। रेड्डी ने कहा कि उन्हें आशा है कि पार्टी जिन 13 सीटों पर लड़ रही है उन सभी पर जीत दर्ज करेगी।