तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2018: एक लंबे जन आंदोलन और राजनीतिक कोशिशों के बाद तेलंगाना राज्य का गठन 2 जून 2014 को हुआ। तेलंगाना का अर्थ होता है तेलुगूभाषियों की भूमि। यह देश का 29वां राज्य है। आंध्र प्रदेश के 10 जिलों को अलग करके तेलंगाना का गठन किया गया। ये जिले थे हैदराबाद, आदिलाबाद, ख्म्मम, करीमनगर, महबूबनगर, मेडक, नलगोंडा, निजामाबाद, रंगारेड्डी और वारंगल। अक्टूबर 2016 में इन 10 जिलों को पुनर्गठित कर 31 जिलों का गठन किया गया है। कुल 119 विधानसभा सीटों में से 19 सीटें एससी और 12 सीटें एसटी के लिए रिजर्व है।
सात दिसंबर को डाले जाएंगे वोट
विधानसभा चुनाव की अधिसूचना 12 नवंबर को जारी होगी, 19 नवंबर नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है। 20 नवंबर से नामांकन पत्रों की जांच होगी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 22 नवंबर है। सात दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। 11 दिसंबर को मतगणना होगी।
5.75 लाख युवा पहली बार मतदान करेंगे
चुनाव आयोग द्वारा जारी दूसरे विशेष संसोधित सारांश (एसएसआर) से पता चला है कि आगामी विधानसभा चुनाव में 5.75 लाख युवा पहली बार मतदान करेंगे। चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों में बताया गया है कि पहली बार मतदान करने वाले इन युवाओं में ज़्यादातर की उम्र 18 से 19 साल के बीच है। इन युवा मतदाताओं में पुरुष मतदाताओं की संख्या 3.22 लाख जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 2.53 लाख है।
क्षेत्रफल
क्षेत्रफल की बात करें तो तेलंगाना का 112,077 वर्ग किलोमीटर (43,273 वर्ग मील) भूभाग में फैला हुआ है तेलंगाना का प्रमुख शहर हैदराबाद, वारंगल, खम्मम, करीमनगर और निजामाबाद शामिल हैं।
जनसंख्या
यहां की जनसंख्या 35,193,978 (2011 जनगणना) है । तेलंगाना की जनसंख्या में 84% हिन्दू है, 12.4% मुस्लिम और 3.2% सिक्ख, ईसाई और अन्य धर्म के अनुयायी हैं। नाम से ही जाहिर है कि तेलंगाना यानी तेलुगू भाषियों का प्रदेश। तेलंगाना में 76% लोग तेलुगू बोलते हैं। 12% लोग उर्दू तथा 12% लोग अन्य भाषाएं बोलते हैं।
प्रमुख राजनीतिक दल और नेता
प्रमुख राजनीतिक दल-तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), कांग्रेस, बीजेपी, टीडीपी, एआईएमआईएम, वाईएसआर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी
प्रमुख नेता-चंद्रशेखर राव,एन उत्तम कुमार रेड्डी, रामेश्वर लाल दुदी,
तेलंगाना का पिछला विधानसभा चुनाव आंध्र प्रदेश के विधानसभा और देश के लोकसभा चुनाव के साथ हुआ था। इससे कुछ महीने पहले ही आंध्र और तेलंगाना को अलग किया गया था और हैदराबाद संयुक्त राजधानी बनाई गई थी। यहां TRS ने एकतरफा जीत दर्ज की थी और कांग्रेस बड़े अंतर से पीछे रहते हुए दूसरे नंबर पर खिसक गई।
जून 2014 में आंध्र प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी को अलग करके भारत में सबसे छोटे राज्य के रूप में गठित तेलंगाना छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश से घिरा है।