निजामाबाद/महबूबनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और कांग्रेस पर ‘‘खानदानी राज’’ जारी रखने तथा ‘‘वोट बैंक’’ की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों चीजों ने ‘‘दीमक’’ की तरह विकास को नुकसान पहुंचाया है। पीएम मोदी ने दोनों पार्टियों को एक ही सिक्के का दो पहलू होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कांग्रेस से सियासत की शुरुआत की और दावा किया कि वे लोग विधानसभा चुनाव में ‘‘दोस्ताना मैच’’ खेल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल नहीं होते तो भारत के लोगों को आज भी तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद की यात्रा के लिए पाकिस्तानी वीजा लेने की जरूरत पड़ती। देशी रियासत हैदराबाद का भारत में विलय कराने का श्रेय पटेल को दिया जाता है। दरअसल, इस हैदराबाद के निजाम भारतीय संघ में शामिल नहीं होना चाहते थे। पीएम मोदी ने राज्य में अपनी पहली चुनावी जनसभा में निजामाबाद में कहा, ‘‘तेलंगाना के मुख्यमंत्री और उनके परिवार को लगता है कि वे कांग्रेस की तरह कोई काम नहीं कर के भी निकल सकते हैं। उन्होंने कांग्रेस की शैली अपना ली, जिसने 50-52 साल तक बिना कुछ किये शासन किया, लेकिन अब यह नहीं चल सकता।’’ निजामाबाद से राव की पुत्री के. कविता लोकसभा में सांसद हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस और टीआरएस एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। दोनों दल झूठ बोलने में एक दूसरे से होड़ कर रहे हैं।’’ पीएम मोदी ने कहा, ‘‘टीआरएस और कांग्रेस, परिवार शासित पार्टियां हैं और तेलंगाना चुनाव में दोनों दोस्ताना मैच खेल रही हैं।’’ उन्होंने कहा कि यह कितना ‘बड़ा मजाक’ है कि संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले सप्ताह एक चुनावी रैली में टीआरएस पर एक ‘परिवार की पार्टी’ होने का आरोप लगाया था।
पीएम मोदी ने एआईएमआईएम नेता अकबरूद्दीन ओवैसी की एक हालिया टिप्पणी का जिक्र करते हुए ‘‘तेलंगाना गौरव’’ की अपील की। दरअसल, ओवैसी ने कहा था कि तेलंगाना या अविभाजित आंध्र प्रदेश का जो कोई मुख्यमंत्री बनेगा उसे उनकी पार्टी के आगे झुकना पड़ेगा। ओवैसी ने शुक्रवार को हैदराबाद में एक चुनाव रैली में यह कहा था।
प्रधानमंत्री ने महबूबनगर में एक अन्य रैली में कहा, ‘‘एक नेता ने हाल ही में कहा था कि जो कोई भी आंध्र प्रदेश-तेलंगाना का मुख्यमंत्री बनेगा, उसे उनके कदमों के नीचे झुकना पड़ेगा। क्या आप एक ऐसा मुख्यमंत्री चाहते हैं जो तेलंगाना की जनता के बजाय कुछ नेताओं के पैरों पर गिरे ?’’ उल्लेखनीय है कि केसीआर की टीआरएस का एआईएमआईएम के हैदराबाद सांसद असददुद्दीन ओवैसी के साथ दोस्ताना संबंध है।
पीएम मोदी ने राव पर अपनी सरकार की नीतियों के जरिए तेलंगाना को बर्बाद कर देने और लोगों को किये वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने दो दशकों तक राज्य की आकांक्षाओं को ‘‘बुलेट’’ से दबाने का कांग्रेस पर आरोप लगाया। प्रधानमंत्री ने महबूबनगर रैली में कहा, ‘‘तेलंगाना की खातिर शहीद हुए लोगों की याद में एक संकल्प लीजिए... (कि) उन लोगों को नहीं छोड़ेंगे जिन्होंने (अलग तेलंगाना के लिए आंदोलन को कुचलने के लिए) दो दशकों तक गोलियां चलाई। उन्हें राज्य में घुसने मत दीजिए। कांग्रेस का एक भी उम्मीदवार जीतना नहीं चाहिए। आप तेलंगाना की शहीदों की खातिर यह संकल्प लें।’’
पीएम मोदी ने इन रिपोर्टों पर भी प्रतिक्रिया जताई जिनमें दावा किया गया था कि कांग्रेस ऐसा घोषणापत्र तैयार कर रही है जिसके तहत मुसलमानों के लिए अलग स्कूल और अस्पताल खोलने की बात कही जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा केवल ‘सबका साथ, सबका विकास’ का मंत्र अपनाती है और वोट बैंक की राजनीति के खिलाफ है। वोट बैंक की राजनीति ने विकास को दीमक की तरह नुकसान पहुंचाया है।’’
पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और टीआरएस एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। दोनों ही पार्टियां जाति और वोट बैंक की राजनीति कर रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस और टीआरएस परिवारवादी पार्टियां हैं। दोनों ही (पार्टियां) एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। दोनों ही वोट बैंक की और जाति आधारित राजनीति करती है। कांग्रेस भाई को भाई से लड़ाती है, हिंदुओं को मुसलमानों से लड़ाती है, गांवों को शहरों से भिड़ाती है। टीआरएस भी यही करती है।’’
पीएम मोदी ने कहा के टीआरएस का मुस्लिम आरक्षण की बात करना वोट बैंक की राजनीति है जो कांग्रेस लंबे समय से करती आ रही है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस और टीआरएस का किसानों के बारे में बात करना उन्हें (दोनों पार्टियों को) शोभा नहीं देता। किसानों की आज की दशा के लिए कांग्रेस का 70 साल का शासन और टीआरएस सरकार के पांच साल का शासन जिम्मेदार हैं।’’ उन्होंने नामदार (राहुल गांधी) से किसानों के लिए घड़ियाली आंसू नहीं बहाने को कहा।
उन्होंने कहा कि राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री (के. चंद्रशेखर राव) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के ‘‘चेले’’ हैं। पीएम मोदी ने कहा, ‘‘राव ने अविभाजित आंध्र प्रदेश में शुरूआती प्रशिक्षण पाया था, जब वह चंद्रबाबू नायडू सरकार में नौसिखुआ (मंत्री के तौर पर) थे। बाद में वह दिल्ली गए और मैडम (सोनिया गांधी) की सरकार (संप्रग) में प्रशिक्षण लिया। एक व्यक्ति जिसने ऐसे गुरूओं के तहत प्रशिक्षण लिया हो वह निश्चित तौर पर तेलंगाना को बर्बाद कर देगा।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि आप तेलंगाना को इन लोगों के हाथों में और पांच साल सौंप देंगे तो आपकी कुर्बानी बेकार जाएगी, आपका भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। उन्होंने कहा कि राव ने असुरक्षा की भावना की वजह से आयुष्मान भारत योजना में भाग नहीं लिया जिसके तहत केंद्र सरकार गरीबों के पांच लाख रुपये तक के इलाज का खर्च उठाएगी।
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री इतना असुरक्षित महसूस करते हैं कि वह ज्योतिषियों पर भरोसा करते हैं, पूजा करते हैं और नींबू-मिर्ची बांधते हैं। इसलिए जब हमने आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की तो उन्होंने इसमें शामिल नहीं होने का फैसला किया। उन्हें डर था कि मोदीकेयर लागू हुई तो लोग उन्हें खारिज कर देंगे। उन्होंने राज्य की गरीब जनता के साथ नाइंसाफी की।’’
उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि मुख्यमंत्री ने एक बार कहा था कि निजामाबाद को लंदन जैसे स्मार्ट शहर में बदल देंगे लेकिन यह शहर आज भी पानी, बिजली और अच्छी सड़कों की कमी से जूझ रहा है। प्रधानमंत्री ने एक बार फिर से कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाया कि वे उनकी मां और दिवंगत पिता को चुनावी भाषणों में घसीट रहे हैं। उन्होंने पूछा कि क्या चुनाव इस तरह के मुद्दों पर लड़े जाएंगे। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में 30,000 करोड़ रूपये से अधिक मूल्य की केंद्र प्रायोजित 40 परियोजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं।