जोधपुर: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने विकास नहीं होने के लिए जोधपुर के लोगों से माफी मांगी और कहा कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इसकी उपेक्षा की क्योंकि यह उनका (अशोक का) गृहनगर है। उन्होंने लोगों से राजे को सबक सिखाने की अपील की।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, ‘‘उन्होंने (राजे) समूचे मारवाड़ क्षेत्र में, खासकर जोधपुर में विकास का कोई काम नहीं किया, क्योंकि मैं जोधपुर का हूं। इसकी उपेक्षा के लिए मैं माफी चाहता हूं।’’
सात दिसंबर को होने वाले चुनाव के लिए टिकट वितरण पर कांग्रेस के भीतर बगावत के बारे में बात करते हुए गहलोत ने कहा कि पार्टी बागियों से निपटने में कामयाब होगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमने सभी बागियों से पार्टी और देश हित में अपना नामांकन वापस लेने की अपील की है।’’ उन्होंने आश्वस्त किया कि योग्य कार्यकर्ताओं को चुनाव के बाद पार्टी और सरकार में स्थान मिलेगा।
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस ने पार्टी के भविष्य को ध्यान में रखते हुए नए और युवा उम्मीदवारों को टिकट दिया है। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ये युवा नेता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मिलकर काम करेंगे।’’
गहलोत ने सोमवार को सरदारपुरा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। खबरों के मुताबिक, उनके नामांकन कागजातों से पता चलता है कि उनकी संपत्ति 10 साल में 10 गुणा बढ़ी है। गहलोत ने कहा कि संपत्ति की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण इसमें इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘यह संपत्ति मुझे पैतृक संपत्ति में हिस्सेदारी के तहत मिली है। संपत्ति की कीमतों में इजाफे के कारण इसमें इजाफा हुआ है।’’
कांग्रेस नेता ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि वह लोगों को यह कहकर गुमराह कर रही है कि वह (अशोक) करोड़पति बन गए हैं। गहलोत ने कहा कि उन्होंने ईमानदारी से अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया है।