जयपुर: कांग्रेस ने राजस्थान में सत्तारूढ भाजपा को शिकस्त देते हुए बहुमत के जादुई आंकड़े के पास पहुंच गयी है और सरकार बनाने की तैयारी में है। वहीं पार्टी की हार के बाद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपना इस्तीफा राज्यपाल कल्याण सिंह को सौंप दिया। कांग्रेस विधायक दल की बुधवार को बैठक होगी जिसमें विधायक दल नेता सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी। पार्टी का कहना है कि मुख्यमंत्री पद पर अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान करेगा। इस बारे में कल फैसला होने की संभावना है।
राज्य की 200 में से 199 सीटों के लिए मतदान हुआ था। देर रात तक घोषित परिणामों के अनुसार कांग्रेस ने 87 सीटें जीत ली हैं और 12 पर उसके प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। वहीं भाजपा 71 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि दो सीट पर वह आगे है। बसपा छह और माकपा दो सीटों पर जीती है। 13 सीटों पर निर्दलीय व छह पर अन्य विजयी रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने संवाददाताओं को बताया कि पार्टी विधायक दल की बैठक सुबह 11 बजे प्रदेश मुख्यालय में होगी। इसमें विधायकों की राय ली जाएगी और पार्टी आलाकमान को अवगत कराया जाएगा। इसके बाद शाम को पुन: बैठक होगी जिसमें मुख्यमंत्री का नाम तय हो सकता है। पार्टी के पर्यवेक्षक के सी वेणुगोपाल यहां पहुंच गए हैं।
चुनाव में पार्टी की हार के बाद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे रात लगभग सवा आठ बजे राजभवन में राज्यपाल कल्याण सिंह से मिलीं और अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया। बाद में जारी एक बयान में वसुंधरा ने कांग्रेस को जीत की बधाई देते हुए कहा,‘जनादेश सर आंखों पर।’ जहां तक परिणामों की बात है तो कांग्रेस के सचिन पायलट सहित सभी प्रमुख नेता चुनाव जीते हैं हालांकि झालरापाटन से मानवेंद्र सिंह हार गए। यहां से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे लगातार पांचवीं बार जीतीं। इसी तरह कांग्रेस के वरिष्ठ जाट नेता व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी नोखा सीट पर हार गए।
भाजपा उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री राजे के साथ उनके गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया, चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ, पंचायत राज मंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़ व उच्च शिक्षा मंत्री किरण महेश्वरी जीत गये हैं। लेकिन वसुंधरा राजे सरकार के कई मंत्री चुनाव हार गए हैं। इनमें परिवहन मंत्री युनुस खान, खान मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी, यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी, जल संसाधन मंत्री डा रामप्रताप, गोपाल मंत्री ओटाराम देवासी, कृषि मंत्री प्रभु लाल सैनी, सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक, खान मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी, सामाजिक न्याय व आधिकारिता मंत्री अरूण चतुर्वेदी शामिल हैं। राज्य की 200 सीटों की विधानसभा में बहुमत का जादुई आंकड़ा 101 का है। फिलहाल 199 सीटों पर चुनाव हुआ है जबकि बसपा प्रत्याशी के निधन के चलते रामगढ सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था।