जयपुर। केंद्रीय चुनाव आयोग ने राजस्थान में होने वाले विधान सभा चुनावों के लिए आज तारीख का एेलान किया। राजस्थान में एक ही चरण में मतदान होगा। राज्य में 200 विधान सभी सीटों के लिए 7 दिसंबर को मतदान किया जाएगा। चुनाव आयुक्त ओ पी रावत ने बताया कि 11 दिसंबर को चुनाव के नतीजों की घोषणा की जाएगी और 15 दिसंबर से पहले चुनावी प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा। चुनाव आयोग ने इसके अलावा अन्य चार राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना के लिए भी तारीखों का आज ऐलान किया।
मुख्य लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस के बीच
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए देश की दो प्रमुख पार्टियों भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने कमर कस ली है। इन दो प्रमुख पार्टियों के अलावा बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी समेत कई अन्य दल भी अपनी किस्मत आजमाने को तैयार दिख रहे हैं। माना जा रहा है कि चुनाव आयोग शनिवार को 3 बजे की अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर सकता है। राजस्थान के साथ ही मध्य प्रदेश, मिजोरम, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान भी हो सकता है।
200 में से 33 सीटें अनुसूचित जाति और 25 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित
2013 के चुनावों में राजस्थान विधानसभा की 200 सीटों में से 142 सीटें अनारक्षित थीं जबकि 33 सीटों को अनुसूचित जाति के लिए और 25 सीटों को अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित किया गया था। पिछले चुनावों में कुल 6 राष्ट्रीय पार्टियों और 10 स्टेट पार्टियों ने हिस्सा लिया था। वहीं, निर्दलीयों और रीजनल पार्टियों समेत इन चुनावों में हिस्सा लेने वाले कुल दलों की संख्या 58 थी।
2096 उम्मीदवारों ने आजमाई थी किस्मत
2013 के राजस्थान विधानसभा चुनावों में 200 सीटों पर कुल 2096 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी। इनमें से 1930 पुरुष उम्मीदवार थे, जबकि महिला उम्मीदवारों की संख्या 166 थी। इस विधानसभा में कुल 172 पुरुषों और 28 महिलाओं को विधायक चुना गया था, जबकि 1,641 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी।
राजस्थान में पिछली बार 72.07 प्रतिशत मतदान हुआ था
2013 के राजस्थान विधानसभा चुनावों में कुल 47,223 पोलिंग बूथ बनाए गए थे। इन चुनावों में सूबे के कुल 40829312 वोटरों में से कुल 30637241 वोटर्स, यानि कि 75.04 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। इनमें से 25839 वोटों को रिजेक्ट कर दिया गया था। जहां तक पार्टियों के वोटिंग पर्सेंटेज का सवाल है, तो भारतीय जनता पार्टी ने 45.17 प्रतिशत, कांग्रेस ने 33.07 प्रतिशत और बहुजन समाज पार्टी ने 3.37 प्रतिशत मतों पर कब्जा जमाया था।
भाजपा को मिला था बंपर बहुमत, कांग्रेस 21 पर सिमट गई थी
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा ने 2013 में 163 सीटों पर कब्जा जमाया था और पार्टी की नेता वसुंधरा राजे सिंधिया मुख्यमंत्री बनी थीं। इन चुनावों में कांग्रेस को 21, निर्दलीयों के खाते में 7, नेशनल पीपुल्स पार्टी को 4, बहुजन समाज पार्टी को 3 और नेशनल यूनियनिस्ट जमींदार पार्टी को 2 सीटें हासिल हुई थीं।