टोंक (राजस्थान): राजस्थान में टोंक विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सचिन पायलट के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे भाजपा प्रत्याशी यूनुस खान का कहना है ‘‘मैं एक सेवक हूं, पायलट नहीं।’’ वसुंधरा राजे सरकार में परिवहन और पीडब्ल्यूडी मंत्री रहे खान मुस्लिम बहुल टोंक विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं। यहां से कांग्रेस के टिकट पर पायलट के मैदान में उतरने के बाद भाजपा ने निवर्तमान विधायक अजीत सिंह मेहता की जगह पर यूनुस को मैदान में उतारा है।
टोंक के ग्रामीण इलाकों में प्रचार के दौरान खान ने कहा कि उन्हें मैदान में उतारने का निर्णय रणनीति और समीकरणों पर आधारित है ना कि उनके धर्म पर। वसुंधरा सरकार में सबसे ताकतवार मंत्रियों में से एक माने जाने वाले खान ने कहा, ‘‘इसे हिन्दू-मुस्लिम के बीच लड़ाई के रूप में नहीं देखना चाहिए क्योंकि अगर आप इसे उस परिप्रेक्ष्य में देखेंगे तो मुस्लिमों की संख्या हिन्दुओं की तुलना में कम हैं। चुनाव जाति और धर्म को लेकर नहीं है।’’
भाजपा के एकमात्र मुस्लिम प्रत्याशी होने और उनके नामांकन को अल्पसंख्यक समुदाय से किसी भी प्रत्याशी को नहीं उतारने के पार्टी की रणनीति में बदलाव होने संबंधी प्रश्न पर उन्होंने कहा, ‘‘मैं दूसरी जगह के बारे में नहीं जानता लेकिन राजस्थान में यूनुस खान और (दिवंगत भाजपा नेता) रमजान खान 1980 के दशक से चुनाव लड़ रहे हैं।’’ खान ने कहा कि वह पूर्व में भी पार्टी के एकमात्र मुस्लिम प्रत्याशी रह चुके हैं।
उनसे पूछा गया कि क्या टोंक में भारी संख्या में मुस्लिमों के होने के कारण उन्हें प्रत्याशी बनाया गया ? इस पर भाजपा नेता ने कहा कि यहां चुनाव का आधार प्रदर्शन और एजेंडा होगा। उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव इस आधार पर है कि कौन टोंक की बेहतर सेवा कर सकता है। मैंने अपना दृष्टिकोण बताया है... एक मंत्री के रूप में मैंने सवाई माधोपुर रोड को दो-लेन से जोड़ा। मैंने एक बाईपास बनवाया।’’
54 वर्षीय नेता ने कहा, ‘‘हम इस जिले को विशेष दर्जा और एक विशेष पैकेज देंगे। हम यहां उद्योग लाना चाहते हैं जिससे लोगों को रोजगार मिलेगा। हमारी पहली प्राथमिकता उद्योग लाना और इसके माध्यम से टोंक में युवाओं के लिए रोजगार सृजन करना है।’’ उन्होंने टोंक के निवासियों के समक्ष पेयजल की आने वाली समस्या भी सुलझाने की बात की।