नई दिल्ली: कांग्रेस विधायक दल ने राजस्थान में मुख्यमंत्री चुनने का अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को दिया है। पार्टी के विधायकों ने इस आशय का प्रस्ताव पारित किया। पार्टी के एक नेता ने बताया, ‘‘विधायक दल की बैठक में नवनिर्वाचित विधायकों ने इस आशय का प्रस्ताव पारित किया। मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम फैसला पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी के विधायकों ने नाम पर अंतिम फैसला लेने का अधिकार गांधी को दिया है। पार्टी के विधायक दल की बैठक यहां प्रदेश मुख्यालय में चल रही है। इसमें दिल्ली से आए पार्टी के पर्यवेक्षक के सी वेणुगोपाल विधायकों से एक एक कर उनकी राय ले रहे हैं। पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे सचिन पायलट व अशोक गहलोत भी बैठक में मौजूद हैं।
राज्य की 200 में से 199 सीटों पर मतदान हुआ था। परिणामों के अनुसार कांग्रेस ने 99 सीटें जीती हैं। भाजपा को 73 सीटों पर जीत मिली है। बसपा छह, माकपा दो सीटों पर जीती है। 13 सीटों पर निर्दलीय व छह पर अन्य विजयी रहे हैं। चुनाव में पार्टी की हार के बाद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे रात लगभग सवा आठ बजे राजभवन में राज्यपाल कल्याण सिंह से मिलीं और अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया। बाद में जारी एक बयान में वसुंधरा ने कांग्रेस को जीत की बधाई देते हुए कहा, ‘जनादेश सर आंखों पर।’
जहां तक परिणाम की बात है तो कांग्रेस के सचिन पायलट सहित सभी प्रमुख नेता चुनाव जीते हैं हालांकि झालरापाटन पर मानवेंद्र सिंह हार गए। यहां से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे लगातार पांचवीं बार जीतीं। इसी तरह कांग्रेस के वरिष्ठ जाट नेता व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी नोखा सीट पर हार गए। जहां तक भाजपा का सवाल है तो मुख्यमंत्री राजे के साथ उनके गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया, चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ, पंचायत राज मंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़ व उच्च शिक्षा मंत्री किरण महेश्वरी जीत गये हैं।
वहीं वसुंधरा राजे सरकार में कद्दावर रहे कई मंत्री विधानसभा चुनाव हार गए हैं। इनमें परिवहन मंत्री युनूस खान, खान मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी, यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी, जल संसाधन मंत्री डा रामप्रताप, गोपाल मंत्री ओटाराम देवासी, कृषि मंत्री प्रभु लाल सैनी, सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक व खान मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी, सामाजिक न्याय व आधिकारिता मंत्री अरूण चतुर्वेदी हैं। राज्य की 200 सीटों की विधानसभा में बहुमत का जादुई आंकड़ा 101 का है। फिलहाल 199 सीटों पर चुनाव हुआ है जबकि बसपा प्रत्याशी के निधन के चलते रामगढ सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया है।