उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर में शनिवार को एक कार्यक्रम में बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा हमला बोला। राहुल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक जैसे ‘सैन्य फैसले’ को भी ‘राजनीतिक हथियार’ बना दिया है। इसके साथ ही राहुल ने नोटबंदी को ऐसा घोटाला बताया जिसका उद्देश्य छोटे कारोबारियों और दुकानों की रीढ़ तोड़ना था। आपको बता दें कि राजस्थान में 7 दिसंबर को विधानसभा चुनाव है जबकि वोटों की गिनती 11 दिसंबर को की जाएगी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने शनिवार को यहां एक संवाद कार्यक्रम में बैंकों की ‘गैर निष्पादित आस्तियों’ (NPA) को लेकर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘UPA सरकार ने जब मोदी जी को सरकार सौंपी तब एनपीए दो लाख करोड़ रुपये था जो चार साल में बढ़कर 12 लाख करोड़ रुपये हो गया।’ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीति ‘मुद्दा’ बनाने का आरोप लगाया और कहा,‘प्रधानमंत्री ने सेना के अधिकार क्षेत्र (डोमेन) में घुसते हुए उनकी सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीतिक आस्ति (एसेट) में बदल दिया जबकि वास्तव में यह एक सैन्य फैसला था।’
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के चुनावों में हार सामने दिखी तो मोदी ने एक ‘सैन्य फैसले को राजनीतिक संपत्ति’ में बदल दिया। उन्होंने कहा,‘नरेंद्र मोदी सरकार जैसी सर्जिकल स्ट्राइक मनमोहन सरकार ने भी तीन बार की। क्या आपको पता है?’ राहुल ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी को लेकर हिंदुस्तान की जनता भ्रमित है। उन्होंने कहा, ‘नोटबंदी एक घोटाला था और इसका लक्ष्य सूक्ष्म व लघु कारोबार की, दुकानदारों की रीढ तोड़ना था क्योंकि इससे बड़ी कंपनियों के लिए रास्ते खुल जाएंगे।’
राहुल के इस बयान पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी करारा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सर्जिकल स्ट्राइक पर टिप्पणी करके देश के शहीदों का अपमान कर रहे हैं। शाह ने कहा कि आज सीमा की रक्षा कर रहे हर जवान को यह भरोसा है कि उसके पीछे सरकार खड़ी है। राजस्थान के फलौदी में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा,‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहीद जवानों का बदला लिया। राहुल गांधी बोल रहे थे कि उत्तर प्रदेश का चुनाव जीतने के लिये हमने सर्जिकल स्ट्राइक की। आप देश के शहीदों का अपमान करते हो, आप में तो हिम्मत नहीं थी।'