नई दिल्ली। दिल्ली में सरकार चला रही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी AAP दिल्ली के बाहर फिसड्डी साबित हो रही है। जिन 5 राज्यों में अभी विधानसभा चुनाव हुए उनमें से AAP ने 3 में अपने उम्मीदवार उतारे थे लेकिन पार्टी को NOTA से भी कम वोट पड़े।
राजस्थान की बात को AAP ने राज्य में कुल 143 उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उसके 51 उम्मीदवार ऐसे रहे जिनको 500 वोट भी नहीं मिल पाए, उन 51 उम्मीदवारों में 12 उम्मीदवार तो ऐसे थे जिनको 200 वोट भी हासिल नहीं हो सके। गंगापुर विधानसभा सीट पर पार्टी के उम्मीदवार को सिर्फ 130 वोट पड़े, निंबाहेड़ा विधानसभा सीट पर पार्टी के उम्मीदवार को सिर्फ 137 वोट ही मिले हैं।
राजस्थान में आम आदमी पार्टी को कुल मिलाकर 135816 वोट मिले हैं जो NOTA के तहत पड़े वोटों के मुकाबले 71 प्रतिशत कम हैं। NOTA के तहत राजस्थान में 467781 वोट पड़े हैं।
सिर्फ राजस्थान ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ में भी पार्टी का ऐसा ही हाल है, छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन की बात करें तो उसके कई उम्मीदवार 300 वोटों के लिए तरस गए, आम आदमी पार्टी के टिकट पर चंद्रपुर विधानसभा सीट से लड़ने वाले भानूप्रकाश तो सिर्फ 144 वोट ही हासिल कर सके।
आम आदमी पार्टी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में कुल 85 उम्मीदवार उतारे थे जिनमें से 4 उम्मीदवार 300 का आंकड़ा पार नहीं कर पाए, 8 उम्मीदवार ऐसे थे जिनको 300-500 के बीच में वोट पड़े और 33 उम्मीदवार ऐसे थे जिनको 500-1000 के बीच वोट पड़े। यानि 85 में से 45 उम्मीदवार 1000 के पीछे ही रहे।