Highlights
- दानिश बलिया के रहने वाले हैं और उन्हें योगी की सरकार में अल्पसंख्यक मंत्रालय सौंपा जा सकता है।
- दानिश बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश महामंत्री है और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं।
- अक्टूबर 2021 में दानिश को भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा का महामंत्री बनाया गया।
लखनऊ: बीजेपी के फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। लखनऊ के भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में योगी आदित्यनाथ के साथ उनके 50 से ज्यादा मंत्रियों ने भी शपथ ली। योगी के मंत्रियों की लिस्ट में कुछ नाम काफी चौंकाने वाले रहे, जिनमें युवा नेता दानिश आजाद अंसारी का नाम भी शामिल है। दानिश बलिया के रहने वाले हैं और उन्हें योगी की सरकार में अल्पसंख्यक मंत्रालय सौंपा जा सकता है। अंसारी फिलहाल बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश महामंत्री है और विद्यार्थी जीवन से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं।
2021 में बनाए गए थे बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के महामंत्री
छात्र राजनीति से अपनी सियासी पारी शुरू करने वाले दानिश आजाद अंसारी ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से पहले बीकॉम और फिर मास्टर ऑफ क्वॉलिटी मैनेजमेंट और मास्टर ऑफ पब्लिक ऐडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई की है। दानिश को भारतीय जनता पार्टी के एक मेहनती कार्यकर्ता के रूप में जाना जाता है और यही वजह है कि उन्हें उर्दू भाषा समिति का सदस्य बनाया गया। 2022 के चुनाव से ठीक पहले अक्टूबर 2021 में दानिश को अहम जिम्मेदारी देते हुए भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा का महामंत्री बनाया गया।
बगैर चुनाव लड़े ही योगी सरकार में मंत्री बन रहे दानिश
बलिया के बसंतपुर के रहने वाले 32 वर्षीय दानिश ने 2011 में छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति शुरू की और तेजी से छलांग लगाते हुए 2022 में उत्तर प्रदेश के मंत्री पद तक पहुंच गये। दानिश आजाद अंसारी फिलहाल योगी के मंत्रिमंडल में मुस्लिम समुदाय से आने वाले एकमात्र मंत्री होंगे। खास बात यह है कि दानिश अभी उत्तर प्रदेश में किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं, और मंत्री पद पर बरकरार रहने के लिए उन्हें विधानसभा या विधान परिषद में से किसी एक की सदस्यता लेनी होगी।