Highlights
- बीजेपी सांसद ने CM योगी को मथुरा से प्रत्याशी बनाने की मांग की
- पार्टी का नेतृत्व जहां से कहेगा वहां से चुनाव लड़ूंगा- योगी आदित्यनाथ
- CM योगी कहां से लड़ेंगे चुनाव? फिलहाल सस्पेंस बरकरार है
नयी दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीएम योगी किस सीट से चुनाव लड़ेंगे इसको लेकर एक बार फिर से चर्चा तेज हो गई है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद हरनाथ सिंह यादव (BJP MP Harnath Singh Yadav) ने सोमवार को पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को मथुरा (Mathura) विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारने का अनुरोध किया। उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य हरनाथ सिंह यादव ने तीन जनवरी को नड्डा को लिखे पत्र में कहा कि पार्टी यदि योगी आदित्यनाथ को मथुरा से चुनाव लड़ाती है तो इससे पूरे प्रदेश और देश की जनता को खुशी होगी।
हरनाथ सिंह यादव ने साथ ही यह उल्लेख भी किया कि खुद मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की है कि पार्टी जहां से कहेगी, वह वहीं से चुनाव लड़ेंगे। यादव ने पत्र में लिखा, ‘‘वैसे तो प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की इच्छा होगी कि योगी आदित्यनाथ उनकी विधानसभा सीट से ही चुनाव लड़ें लेकिन मैं बहुत विनम्र शब्दों में आपसे निवेदन करता हूं कि ब्रज क्षेत्र की जनता की विशेष इच्छा है कि वह भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा से चुनाव लड़ें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने मुझे यह पत्र लिखने के लिए प्रेरित किया है। आपसे विनम्र अनुरोध है कि ब्रज क्षेत्र की जनता की भावनाओं का ख्याल रखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संपूर्ण कलाधारी भगवान श्रीकृष्ण की नगरी से प्रत्याशी घोषित करने पर विचार करें।’’ उल्लेखनीय है कि योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा था कि वह आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार हैं और वह कहां से चुनाव मैदान में उतरेंगे, इस बात का फैसला भाजपा का शीर्ष नेतृत्व करेगा। वर्तमान में योगी उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य हैं।
बता दें कि, उत्तर प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा अभी मथुरा से विधायक हैं। पिछले कुछ महीनों से भाजपा के नेता मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि विवाद के मुद्दे को लगातार हवा दे रहे हैं। खुद हरनाथ सिंह यादव ने संसद के पिछले शीतकालीन सत्र में इस मामले को उठाया था और केंद्र सरकार के पूजा स्थल कानून, 1991 को अतार्किक और असंवैधानिक बताते हुए इसे समाप्त करने की मांग की। शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए भाजपा के यादव ने कहा था कि यह कानून भगवान राम और भगवान कृष्ण में भेदभाव पैदा करता है। इससे पहले, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि अयोध्या और काशी में भव्य मंदिर निर्माण जारी है और मथुरा में मंदिर निर्माण की तैयारी की जा रही है। (इनपुट- भाषा)