Highlights
- इस विधानसभा सीट पर चौथे चरण में 23 फरवरी को वोटिंग होगी
- क्षेत्र में कुल करीब तीन लाख मतदाता हैं
- जिनमें अनुसूचित जाति के मतदाताओं की बहुलता है
नोएडाः कस्ता विधानसभा क्षेत्र उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के अंतर्गत पड़ता है । इस विधानसभा सीट पर चौथे चरण में 23 फरवरी को वोटिंग होगी । 2022 के चुनाव में कस्ता विधानसभा सीट पर कौन राज करेगा ये तो अभी भविष्य के गर्भ में है, लेकिन इस बार चुनाव बेहद ही रोचक होने वाला है । सभी सियासी दल कस्ता की जनता को अपने पक्ष में करने में जुट चुके हैं । वोटिंग से पहले वोटरों का मन टटोलने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने कस्ता विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा । जहां इलाके की जनता ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए ।
क्या बोली कस्ता की जनता?
स्थानीय लोगों के मुताबिक क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य ना के बराबर हुआ है । जिसके कारण इलाके के गन्ना किसानों को बेहद तकलीफों का सामना करना पड़ता है । वहीं अन्य लोगों ने बताया कि इलाके के लोगों को समय पर मुफ्त अनाज मिल रहा है । जिससे उनकी काफी मदद मिल रही है । एक युवक ने बताया कि इलाके में पहले के मुकाबले सुरक्षा बेहतर हुई है । वहीं कुछ लोग इलाके में अवारा पशुओं से काफी परेशान दिखाई दिए । इलाके की जनता ने अपने बच्चों के स्कूल बंद किए जाने पर नाराजगी जताई । अभिभावकों की दलील है कि जब चुनाव में रैलियां हो सकती हैं तो स्कूल क्यों नहीं खुल सकते । इस विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के एक वोटर ने कहा कि वह मौजूदा सरकार से खुश है । क्योंकि उन्हें समय पर गल्ला मिल जाता है । किसान निधी का पैसा उनके का खाते में आ जाता है ।
2017 का जनादेश
कस्ता विधानसभा क्षेत्र में कुल करीब तीन लाख मतदाता हैं । जिनमें अनुसूचित जाति के मतदाताओं की बहुलता है । 2017 के विधानसभा चुनाव में सौरभ सिंह ने भाजपा की टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी । उन्होंने चुनाव में सपा के सुनील कुमार लाला को 24 हजार से भी अधिक वोटों के अंतर से पराजित किया था । वहीं बसपा के राजेश कुमार चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे । सौरभ सिंह ने 2012 के चुनाव में बसपा के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा था । लेकिन उन्हें सपा के सुनील कुमार लाला से हार गए थे । सौरभ सिंह 2017 के चुनाव से पहले बसपा छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे ।