Highlights
- जैदपुर विधानसभा सीट पर 27 फरवरी को मतदान होगा
- यहां पर करीब 3,88,068 वोटर हैं
- जिनमें सबसे अधिक संख्या मुसलमान वोटरों की है
नोएडाः इस बार जैदपुर विधानसभा सीट पर 27 फरवरी को मतदान होगा । सियासी दलों ने यहां जीत के लिए अपनी कमर कस ली है । 2022 में जैदपुर सीट पर किस दल का उम्मीदवार जीतेगा? क्षेत्र की जनता का मूड इस बार किस तरफ है? इन सवालों के जवाब की तलाश में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जैदपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा । जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए ।
क्या बोली जैदपुर की जनता?
जैदपुर की जनता ने बताया कि पहले हमारे विधायक उपेंद्र रावत थे । लेकिन उन्होंने विधायक रहते क्षेत्र में कुछ विकास कार्य नहीं किए । बाद में वह सांसद चुने गए उसके बाद तो उन्होंने यहां झांका तक नहीं । फिर गौरव रावत यहां से विधायक हुए । लेकिन उनके काल कोरोना महामारी ने अपने पैल पसार लिए । उनकी अधिकांश विधायक निधी उसी में खर्च हो गई । वहीं क्षेत्र में शिक्षित युवा रोजगार के अवसर नहीं मिलने से नाराज दिखाई दिए । साथ कुछ लोगों ने योगी राज में गुंडागर्दी के समाप्त होने पर चैन की सांस ली है । उनके मुताबिक पहले यहां गुंडों का राज था । लेकिन अब यहां कानून व्यवस्था लागू है ।
2017 का जनादेश
जहां तक जैदपुर विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां पर करीब 3,88,068 वोटर हैं । जिनमें सबसे अधिक संख्या मुसलमान वोटरों की है । क्षेत्र की करीब 25 फीसदी आबादी मुस्लिम समुदाय से आती है । 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के उपेंद्र रावत ने यहां जीत हासिल की थी । उन्होंने चुनाव में कांग्रेस के तनुज पुनिया को लगभग 28 हजार वोटों से पराजित किया था । बाद में भाजपा ने उपेंद्र रावत को लोकसभा का उम्मीदवार बनाया और वह जीतकर संसद पहुंच गए । 2019 में जैदपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराए गए । जिसमें सपा ने भाजपा से ये सीट छीन ली । उपचुनाव में सपा के गौरव रावत जीतकर विधानसभा पहुंचे थे ।