Highlights
- इस बार निघासन सीट पर 23 फरवरी को वोटिंग होगी
- निघासन विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण मतदाताओं की बहुलता है
- अजय मिश्रा टेनी भी 2012 में यहां से चुनाव जीत चुके हैं
नोएडाः निघासन विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के अंतर्गत आती है । इस बार निघासन सीट पर 23 फरवरी को वोटिंग होगी । सियासी दलों ने इस सीट पर जीत के लिए कमर कस ली है । इसी चुनाव समर के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम निघासन विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा । जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए । क्षेत्र की जनता ने बताया कि उनके क्षेत्र को लखीमपुर खीरी से जोड़ने वाली सड़क को इसी भाजपा सरकार में दो लेन का किया गया । इसी सरकार में निघासन को नगर पंचायत भी मिली । वहीं सपा समर्थक ने बताया कि इस सड़क का चौड़ीकरण का काम सपा सरकार में कराया गया था । वहीं एक कांग्रेस समर्थक ने क्षेत्र में भाजपा और सपा सरकारों के शासनकाल में किए गए कार्यों को नकार दिया । उन्होंने कहा इस इलाके का अबतक जितना भी विकास हुआ है वो कांग्रेस के काल में हुआ था । भाजपा समर्थकों ने दावा किया कि इस बार निघासन सीट से योगी सरकार लीड से जीत रही है । क्षेत्र के वकील मतदाता की माने तो लखीमपुर खीरी घटना का चुनाव में कोई असर नहीं पड़ेगा ।
कभी निघासन विधानसभा सीट पर कांग्रेस की सत्ता काबिज रहती थी । लेकिन बदलते सियासी समीकरणों के चलते आज यहां BJP का कब्जा है । निघासन विधानसभा सीट इन दिनों चर्चा का केंद्र भी बनी हुई है । इसका मुख्य कारण Union Minister of State Ajay Mishra Teni हैं । जो हाल ही में अपने बेटे Ashish Mishra द्वारा किसानों पर गाड़ी दौड़ाने को लेकर खूब सुर्खियां बटौर चुके हैं । टेनी ने भी 2012 में भाजपा की टिकट पर निघासन से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी । निघासन विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण मतदाताओं की बहुलता है । लेकिन चुनाव में पिछड़ा वर्ग के मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं । 2017 में भाजपा के Ramukar Verma Patel ने यहां जीत हासिल की थी । लेकिन उनकी मृत्यु के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुए जिसमें उनके पुत्र Shashank Verma ने भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की । इस बार निघासन सीट पर 23 फरवरी को वोटिंग होगी । सियासी दलों ने इस सीट पर जीत के लिए कमर कस ली है । निघासन विधानसभा सीट पर इस बार किस दल का उम्मीदवार विजयी होगा इसका फैसला 10 मार्च को हो जाएगा ।