Highlights
- चिल्लूपार सीट पर इस बार 3 मार्च को मतदान होगा
- चिल्लूपार विधानसभा सीट की गिनती ब्राह्मण बाहुल्य सीटों में की जाती है
- विनय शंकर तिवारी बसपा छोड़ सपा में शामिल हो चुके हैं
नोएडाः इस समय उत्तर प्रदेश पूरी तरह से चुनावी रंग में रंग चुका है । प्रदेश में सात चरणों में विधानसभा चुनाव कराए जा रहे हैं । सूबे में पांच चरणों के मतदान पूरे हो चुके हैं । सातवें चरण में सूबे में 3 मार्च को वोटिंग होगी । यूपी में कुछ विधानसभा सीटें ऐसे हैं जो किसी व्यक्ति विशेष के नाम ख्याति पा जाती है । ऐसी ही एक सीट है गोरखपुर जिले की चिल्लूपार विधानसभा सीट । चिल्लूपार विधानसभा सीट से हरिशंकर तिवारी 6 बार विधायक रहे हैं । 2017 में उनके बेटे विनय शंकर तिवारी ने बसपा की टिकट पर यहां से चुनाव जीता था । लेकिन इस बार विनय शंकर तिवारी सपा की टिकट पर चुनाव मैदान में हैं । ऐसे में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने चिल्लूपार विधानसभा क्षेत्र में पहुंचकर यहां तिवारी परिवार के वर्चस्व के पीछे का कारण जानने की कोशिश की । इलाके के लोगों ने चुनाव को मौजूदा विधायक के बारे में जो कुछ कहा आप भी सुनिए ।
क्या बोली चिल्लूपार की जनता?
चिल्लूपार की स्थानीय जनता के मुताबिक ये इलाका विकास से अछूता है । यहां केवल बिजली आपूर्ति पर काम किया गया है । लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर यहां भेदभाव किया जाता है । यहां के वोटरों के मुताबिक पहले इलाके में दिनभर में केवल 7-8 घंटे ही बिजली आया करती थी । लेकिन अब यहां पूरे 24 घंटे बिजली रहती है । जिससे आम लोगों के साथ-साथ किसानों को भी काफी फायदा पहुंचा है । क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा को मजबूत करने पर जोर दिया गया है । साथ ही इलाके में सड़कों का जाल बिछाया गया है । यहां के युवाओं के मुताबिक योगी सरकार में पहले की सरकारों के मुकाबले अधिक नौकरियां निकाली गई है । जिससे कई बेरोजगार युवाओं को काम मिला है ।
2017 का जनादेश
चिल्लूपार विधानसभा सीट की गिनती ब्राह्मण बाहुल्य सीटों में की जाती है । चिल्लूपार विधानसभा क्षेत्र हरिशंकर तिवारी का गढ़ मानी जाती रही है । वे यहां से 6 बार जीत कर विधायक रह चुके हैं । 2007 और 2012 में बसपा के राजेश त्रिपाठी ने यहां जीत हासिल की थी । वहीं 2017 के विधानसभा चुनाव में हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी ने बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ा । उन्होंने चुनाव में भाजपा की टिकट पर उतरे राजेश त्रिपाठी को 3 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हरा दिया था । लेकिन अब विनय शंकर तिवारी बसपा छोड़ सपा में शामिल हो चुके हैं । सपा ने विनय शंकर को इस बार पार्टी को उम्मीदवार बनाया है । चिल्लूपार सीट पर इस बार 3 मार्च को मतदान होगा ।