Highlights
- अखिलेश ने अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से गठबंधन का जिक्र किया।
- अखिलेश ने कहा कि बीजेपी की रैली जनता की नहीं होती बल्कि सरकारी खर्चे से सरकारी रैली होती है।
- पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैनपुरी में सपा की रैली में विशाल संख्या में आए लोग अपने संसाधनों से पहुंचे हैं।
मैनपुरी (उत्तर प्रदेश): समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में पार्टी की सरकार बनने पर 3 महीने के अंदर जाति आधारित जनगणना कराकर आबादी के हिसाब से सभी को हक और सम्मान दिया जाएगा। अखिलेश ने CBI, आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय को ‘बीजेपी के प्रकोष्ठ’ करार दिया और यह भी दावा किया कि सपा को मिल रहे जनसमर्थन से घबराई बीजेपी ने उसके मुकाबले अपने 6 रथ मैदान में उतार दिए हैं, लेकिन वे सपा के रथ को टक्कर नहीं दे पा रहे हैं।
‘जातीय जनगणना से सब कुछ साफ हो जाएगा’
सपा अध्यक्ष ने मैनपुरी में 'समाजवादी विजय रथ यात्रा' के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम और आप पर आरोप लगता है कि हम किसी का हक छीन रहे हैं, लेकिन जातीय जनगणना से सब कुछ साफ हो जाएगा। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर तीन महीने के अंदर जातीय जनगणना की जाएगी और आबादी के हिसाब से सभी को हक और सम्मान दिया जाएगा। जनता जानती है कि हमने जो भी वादे किए उन्हें पूरा किया है।’
‘चुनाव करीब आएगा, बीजेपी को हार का डर सताएगा’
अखिलेश ने अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से गठबंधन का जिक्र करते हुए कहा, ‘जैसे ही हमने उनकी पार्टी को साथ लिया, तो दिल्ली से बीजेपी के आईटी प्रकोष्ठ, CBI प्रकोष्ठ और ईडी प्रकोष्ठ सक्रिय हो गए। अब जैसे-जैसे चुनाव करीब आएगा और बीजेपी को हार का डर सताएगा तब यह दिल्ली वाले उत्तर प्रदेश में और भी ज्यादा आएंगे।’ अखिलेश का इशारा पिछले दिनों अपने कुछ करीबी सहयोगियों के यहां आयकर विभाग के छापों की तरफ था।
‘सपा के एक रथ के मुकाबले बीजेपी के 6 रथ निकल रहे’
अखिलेश ने बीजेपी द्वारा उत्तर प्रदेश के 6 स्थानों से जन विश्वास यात्रा शुरू किए जाने पर तंज करते हुए कहा, ‘जनता ने जब से सपा की रथ यात्रा को जोरदार समर्थन देना शुरू किया है तब से बीजेपी को घबराहट होने लगी है। उसी का नतीजा है कि सपा के एक रथ के मुकाबले बीजेपी के 6 रथ निकल रहे हैं। मगर हमारा एक रथ उन सभी पर भारी है।’ उन्होंने बीजेपी पर सरकारी धन खर्च करके रैलियां आयोजित कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी की रैली जनता की नहीं होती बल्कि सरकारी रैली होती है और उस पर सरकारी धन खर्च किया जाता है।
‘नौजवानों का भविष्य सिर्फ सपा की सरकार में ही सुरक्षित है’
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां सपा की जो रैली हो रही है उसमें विशाल संख्या में आए लोग अपने संसाधनों से पहुंचे हैं। अखिलेश ने नौजवानों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि उनका भविष्य सिर्फ सपा की सरकार में ही सुरक्षित है। उन्होंने कहा, ‘हम भरोसा दिलाते हैं। चाहे वह हमारे शिक्षामित्र हों, बीएड वाले या बीपीएड वाले हों, सपा की सरकार बनने पर हम सभी की मदद करेंगे। जब समाजवादी पार्टी सत्ता में थी तो हमने शिक्षामित्रों को सम्मान दिया था। अगर कोई आपकी समस्या का समाधान कर सकता है तो वह समाजवादी पार्टी की सरकार ही है।’
‘लाल रंग क्रांति का और भावनाओं का रंग है’
सपा अध्यक्ष ने बीजेपी सरकार पर पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाकर अपनी कुछ खास कंपनियों को मुनाफा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल गरीबों की जेब काटकर अमीरों की तिजोरी भरने में मशगूल है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा ‘योगी सिर्फ नाम बदलने, रंग बदलने, शिलान्यास का शिलान्यास और उद्घाटन का उद्घाटन करने में ही उपयोगी हैं। मुख्यमंत्री लाल रंग से घबरा रहे हैं। लाल रंग क्रांति का और भावनाओं का रंग है, एक रंगी लोग इन भावनाओं को नहीं जानते। वह यह भी नहीं जानते कि हमारे आपके खून का रंग भी एक ही है।’
रैली में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे
अखिलेश ने कहा कि संगीन मुकदमों में आरोपी योगी आदित्यनाथ देश के ऐसे पहले मुख्यमंत्री होंगे जिन्होंने अपने ऊपर दर्ज मुकदमे खुद ही वापस ले लिए। समाजवादी पार्टी के गढ़ मैनपुरी में आयोजित इस रैली के मुख्य बैनर में अखिलेश के चाचा शिवपाल सिंह यादव की तस्वीर भी नजर आई। रैली के दौरान समाजवादी पार्टी के साथ-साथ शिवपाल की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। (भाषा)