Highlights
- बुंदेलखंड में बीजेपी गठबंधन को 17 सीटें मिल सकती हैं
- सपा और सहयोगी दलों को केवल 2 सीटें मिलने का अनुमान
- बसपा और कांग्रेस को एक भी सीट मिलने की उम्मीद नहीं है
UP Elections 2022 India TV Opinion Poll: यूपी चुनाव के सबसे सटीक विश्लेषण के लिए इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च ओपिनियन पोल ने यूपी के अलग-अलग इलाकों से वोटर्स का मू़ड जाना। इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो ओपिनियन टीम ने यूपी की सभी सीटों का Indepth Analysis किया गया। यकीन मानिए, नतीजे चौंकाने वाले हैं। जानिए बुंदेलखंड रीजन में किस पार्टी को कितनी सीटें मिलती दिख रही हैं। बता दें कि, यूपी की सभी 403 विधानसभा सीटों पर 25 नवंबर से 15 दिसम्बर के बीच 10 हज़ार से ज़्यादा लोगों की राय ली गई।
बुंदेलखंड के 7 ज़िलों में 19 विधानसभा सीटे हैं। झांसी, हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट जैसे ज़िले इनमें शामिल हैं। बुंदेलखंड के वोटर्स ने ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च के ओपिनियन पोल के मुताबिक, बुंदेलखंड क्षेत्र में बीजेपी गठबंधन को 17 सीटें मिल सकती हैं। सपा और सहयोगी दलों को केवल 2 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं। वहीं बसपा और कांग्रेस को एक भी सीट मिलने की उम्मीद नहीं है।
बता दें कि, बुंदेलखंड क्षेत्र में 2017 में सपा प्लस का बुंदेलखंड में खाता नहीं खुला था। वहीं 2017 में एक भी सीट ना जीतने वाली बीएसपी को इस बार भी बुंदेलखंड में एक भी सीट ना मिलने का अनुमान है। कांग्रेस और अन्य की भी यही स्थिति है। 2017 की ही तरह 2022 में भी इस रीजन में कांग्रेस के लिए निल बटे सन्नाटा ही है। कांग्रेस को एक भी सीट मिलती नहीं दिख रही।
इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो ओपिनियन पोल के मुताबिक, बुंदेलखंड में इस बार बीजेपी प्लस को 43.50 परसेंट वोट मिल सकते हैं। सपा प्लस के खाते में 29.49 परसेंट वोट जाने का अनुमान है। बहुजन समाज पार्टी को 14.28 परसेंट, कांग्रेस को 6.51 परसेंट और अन्य को 6.22 परसेंट वोट मिल सकते हैं। इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च का ओपिनियन पोल कहता है कि बुंदेलखंड में अबकी बार बीजेपी प्लस का वोट शेयर 2.40 परसेंट घट सकता है। यानी 2017 में जो आंकड़ा 45.90 परसेंट था, वो इस बार घटकर 43.50 पर पहुंच सकता है।
समाजवादी पार्टी गठबंधन वोट शेयर के लिहाज़ से बुंदेलखंड में भी लीड लेती दिख रही है। उसे 13.57 परसेंट वोटों का फायदा हो रहा है। 2017 में 15.92 परसेंट से 29.49 परसेंट का जंप कोई छोटी बात नहीं है। इस रीजन से पिछले चुनाव में BSP को 22.81 परसेंट वोट मिले थे, जो इस बार 14.28 परसेंट पर रुक सकता है यानी 8.53 परसेंट वोटों का नुकसान मायावती को होता दिख रहा है। यही सिचुएशन कांग्रेस की भी है। 2017 में बुंदेलखंड से 9.02 परसेंट वोट जीतने वाली कांग्रेस इस बार सिर्फ 6.51 परसेंट वोट लेती दिख रही है। यानी उसे भी 2.51 परसेंट वोट शेयर का घाटा हो रहा है। अन्य को 0.13 परसेंट वोटों का नुकसान हो रहा है। 17 में अन्य के खाते में 6.35 परसेंट वोट गिरे थे, इस बार 6.22 परसेंट वोट गिरने के ही संकेत हैं। ओपिनियन पोल में बुंदेलखंड की 19 सीटों का कैलकुलेशन देखें तो बीजेपी प्लस को 17, समाजवादी पार्टी गठबंधन को 2, बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस और अन्य का स्कोर इस बार भी जीरो रहने वाला है।
फायदे-नुकसान के लिहाज से देखें तो बुंदेलखंड रीजन में बीजेपी प्लस 19 से 17 सीट पर आती दिख रही है यानी बीजेपी गठबंधन को 2 सीट का नुकसान हो सकता है। 2017 में सपा प्लस 0 पर थी। ओपिनियन पोल में इस बार 2 सीट जीतती दिख रही है यानी अखिलेश और उनके सहयोगियों को बुंलेदखंड में 2 सीट का फायदा होता दिख रहा है। बीएसपी, कांग्रेस और अन्य की स्थिति में कोई बदलाव होने की उम्मीद नहीं दिख रही। बुंदेलखंड में तीनों का स्कोर ज़ीरो रह सकता है।
अवध की ही तरह बुंदेलखंड में भी बीजेपी को अपने 5 साल के काम का फायदा मिलता दिख रहा है। सड़कों की सुधरती स्थिति से लोग खुश हैं। कोरोना के समय अनाज वितरण से वोटर्स में बीजेपी के लिए एक कॉन्फिडेंस आया है। इस रीजन में भाजपा का मजबूत सामाजिक समीकरण भी है। हालांकि, सिंचाई और पानी की समस्या एक बड़ा सियासी मुद्दा है।