Highlights
- पश्चिमी यूपी में 21 ज़िले हैं और कुल 97 सीटें हैं
- Western यूपी से बीजेपी प्लस को 59 सीट मिलने का अनुमान है
- सपा गठबंधन 37 सीट, बसपा 1 सीट निकाल सकती है
UP Elections 2022 India TV Opinion Poll: यूपी चुनाव का सबसे बड़ा और सबसे सटीक ओपिनियन पोल लेकर हम हाज़िर हैं। 70 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा चुनाव हो रहा है, जहां भाषण बंद हैं, रैलियां बंद हैं, रोड शो पर बैन है। चुपचाप वाला चुनाव है, सबके अपने-अपने दावे हैं। यूपी चुनाव के सबसे सटीक विश्लेषण के लिए इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च की टीम ने यूपी के अलग अलग इलाकों से वोटर्स का मू़ड कैप्चर किया। 25 नवंबर से 15 दिसम्बर के बीच 10 हज़ार से ज़्यादा लोगों की राय ली गई। ग्राउंड ज़ीरो से यूपी की 403 सीटों का Indepth Analysis किया गया। यकीन मानिए, नतीजे चौंकाने वाले हैं।
यूपी विधानसभा चुनाव के संभावित नतीजों के Analysis के लिए हमने यूपी को पांच अलग-अलग हिस्सों (पश्चिमी उत्तर प्रदेश, रोहिलखंड, अवध, बुंदेलखंड और पूर्वांचल) में बांटा है। पश्चिमी यूपी में 21 ज़िले हैं और यहां कुल 97 सीटें हैं। इन 21 जिलों में सहारनपुर, शामली, मुज़फ़्फ़रनगर, मेरठ, बागपत, गाज़ियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा, फिरोज़ाबाद, कासगंज, एटा, मैनपुरी, फ़र्रूख़ाबाद, कन्नौज, इटावा और औरैया है। पश्चिमी यूपी की 23 सीटों पर पब्लिक का ओपिनियन लिया गया।
2022 के सबसे बड़े ओपिनियन पोल की शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से करते हैं। योगी आज पश्चिमी यूपी के हॉट स्पॉट गाजियाबाद में थे। अखिलेश भी लखनऊ में एक्टिव थे। आज वेस्टर्न यूपी के किसान नेता भी पॉलिटिकल Equation बनाते दिखे। एक लाइन में कहें, तो इस वक्त सबसे ज़्यादा हलचल इसी रीजन में है। इसलिए सबसे पहले जानिए कि पश्चिमी यूपी में अबकी बार किस पार्टी को कितना परसेंट वोट मिलता दिख रहा है।
इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च के ओपिनियन पोल (India TV Opinion Poll) के मुताबिक, पश्चिमी यूपी में 2017 के मुक़ाबले इस बार बीजेपी प्लस को 4.60 परसेंट वोटों का नुकसान हो रहा है। पश्चिमी यूपी से पिछली बार बीजेपी प्लस को 44.04 परसेंट वोट मिले थे, जबकि इस बार 39.44 परसेंट वोट मिलने के संकेत हैं। इस रीजन में सपा प्लस को 2022 के चुनाव में 17.73 परसेंट वोटों का फायदा हो रहा है। पिछली बार ये नंबर्स 19.52 थे, जो इस बार बढ़कर 37.25 परसेंट तक जा सकता है। यानी वोट शेयर के लिहाज़ से समाजवादी पार्टी प्लस पश्चिमी यूपी में बड़ी बढ़त लेती दिख रही है।
मायावती की BSP को इस बार 9.34 परसेंट वोटों का नुकसान हो रहा है। 2017 के चुनाव में BSP को 21.93 परसेंट वोट मिले थे, जो इस बार घटकर 12.59 परसेंट पर रह सकता है। वोट शेयर के लिहाज से पश्चिमी यूपी में कांग्रेस पार्टी थोड़ी सा बाउंस बैक करती दिख रही है। इस बार कांग्रेस को 0.50 परसेंट वोटों का फायदा हो रहा है। 2017 के चुनाव में कांग्रेस के खेमे में 5.98 परसेंट वोट पड़े थे, जो इस बार 6.48 फीसदी रह सकता है। इस बार अन्य को 4.29 परसेंट वोटों का नुकसान हो रहा है। पिछली बार ये फीगर 8.53 परसेंट था जबकि इस बार नंबर्स 4.24 परसेंट रह सकते हैं।
चलिए अब आपको अनुमानित सीट के आधार पर पश्चिमी यूपी में हर पार्टी का चुनावी कैलकुलेशन बताते हैं। पश्चिमी यूपी (Western UP) से बीजेपी प्लस को 59 सीट मिलने का अनुमान है। वहीं समाजवादी पार्टी गठबंधन 37 सीट जीत सकती है। बहुजन समाज पार्टी (बसवा) 1 सीट निकाल सकती है। इस बार कांग्रेस और अन्य का स्कोर जीरो रह सकता है। पश्चिमी यूपी की 97 सीटों पर ये है। ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च के ओपिनियन पोल के नतीजे।
पश्चिमी यूपी में बीजेपी प्लस 82 से 59 सीट पर आती दिख रही है, यानी 2017 के मुकाबले पश्चिमी यूपी में बीजेपी गठबंधन को 23 सीट का नुकसान होता दिख रहा है। सपा प्लस 9 से 37 सीट पर जाती दिख रही है, इसका मतलब ये हुआ कि सपा प्लस को 28 सीटों का फायदा मिलता दिख रहा है। बीएसपी 3 से 1 सीट पर खिसक रही है, यानी उसे 2 सीट का नुकसान हो रहा है। कांग्रेस 2 से 0 सीट पर आती दिख रही है, यानी उसे 2 सीट का नुकसान हो रहा है। अन्य 1 से जीरो पर आ रही है और उसे भी 1 सीट का नुकसान हो रहा है।
पश्चिमी यूपी में समाजवादी पार्टी गठबंधन को जबरदस्त फायदा होता दिख रहा है। पश्चिमी यूपी में समाजवादी पार्टी को 28 सीटों का फायदा होता दिख रहा है जबकि बीजेपी 82 से सीधे 59 सीट पर आती दिख रही है। ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च के ओपिनियन पोल में साफ दिख रहा है पश्चिमी यूपी में समाजवादी पार्टी और RLD गठबंधन सबसे फायदे में आती दिख रही है जबकि बीजेपी गठबंधन को 23 सीट का नुकसान होता दिख रहा है। बीएसपी 3 सीट से घटकर 1 सीट पर आती दिख रही है। वहीं कांग्रेस का खाता भी खुलता नहीं दिख रहा है।