Highlights
- यूपी में चुनाव से पहले दल-बदल का खेल जारी
- सपा मेरा पुराना घर है- दारा सिंह चौहान
- चौहान के साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई नेताओं ने सपा की सदस्यता ग्रहण की
Uttar Pradesh Vidhan Sabha Chunav 2022: उत्तर प्रदेश सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री पद से हाल ही में इस्तीफा दे चुके दारा सिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी ‘अपना दल (सोनेलाल)’ के विधायक डॉ. आरके वर्मा रविवार को अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये। सपा मुख्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मौजूदगी में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने दारा सिंह चौहान तथा प्रतापगढ़ जिले के विधायक आरके वर्मा के अपने-अपने समर्थकों के साथ पार्टी में शामिल होने की घोषणा की।
इस मौके पर दारा सिंह चौहान ने कहा कि 2017 में जब भाजपा की सरकार बनी तब ‘सबका साथ-सबका विकास’ का नारा दिया गया था, लेकिन कालांतर में साथ तो सबका लिया गया, मगर विकास कुछ चंद लोगों का हुआ। इस प्रदेश में चंद लोगों का विकास हुआ और बाकी लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया। चौहान ने कहा, ‘‘सपा मेरा पुराना घर है और हम उत्तर प्रदेश की सियासत की बदलकर अखिलेश यादव को फिर से उप्र को मुख्यमंत्री बनायेंगे।’’ उन्होंने कहा कि वह आने वाले दिनों में सभी पिछड़ों और दलित समाज को लामबंद करेंगे। विरोधी लाख साजिश कर लें, लेकिन यह तूफान रुकने वाला नहीं है, बदलाव होकर रहेगा।
अति पिछड़ी नोनिया (चौहान) बिरादरी से आने वाले मऊ जिले की मधुबन विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के निवर्तमान विधायक दारा सिंह चौहान ने 12 जनवरी को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर पिछड़ों, दलितों, वंचितों, किसानों और बेरोजगारों की उपेक्षा और पिछड़ों व दलितों के आरक्षण में खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए वन एवं पर्यावरण मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
चौहान के साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई नेताओं ने सपा की सदस्यता ग्रहण की। आजमगढ़ जिले के मूल निवासी दारा सिंह चौहान एक बार बहुजन समाज पार्टी से और एक बार समाजवादी पार्टी से 1996 से 2006 तक राज्यसभा के सदस्य तथा 2009 में घोसी लोकसभा क्षेत्र से बसपा के सांसद रह चुके हैं।
वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद वह 2015 में भाजपा में शामिल हुए थे और उन्हें भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था। प्रतापगढ़ के विश्वनाथगंज सीट से अपना दल सोनेलाल के दूसरी बार के विधायक डॉ. आरके वर्मा को पार्टी नेतृत्व ने पिछले दिनों दल से निष्कासित कर दिया था।