Highlights
- बेटे को लखनऊ कैंट सीट से उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए- रीता बहुगुणा
- लखनऊ कैंट से बेटे के टिकट के लिए सांसदी भी छोड़ने को तैयार हैं रीता बहुगुणा
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी में टिकट बंटवारा आसान नहीं लग रहा है। तीन मंत्रियों और विधायकों के पार्टी छोड़ने के बाद अब प्रयागराज से सांसद रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे को टिकट देने के लिए अड़ गई है। रीता बहुगुणा जोशी ने ये साफ कह दिया कि उनका बेटा पिछले 12 साल से फील्ड में मेहनत कर रहा है जिसे देखते हुए उनके बेटे को लखनऊ कैंट सीट से उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए। इससे पहले कहा जा रहा था कि बेटे को टिकट की मांग को लेकर नाराज स्वामी प्रसाद मौर्य ने पिछड़े-दलितों का बहाना बनाकर बीजेपी से किनारा किया और साइकिल पर सवार हो गए।
आपको बता दें कि बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी अब बेटे मयंक जोशी को लखनऊ कैंट से टिकट के लिए सांसदी भी छोड़ने को तैयार हो गई हैं। उन्होंने इस बारे में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर अपनी बात कही है। भाजपा ने सांसदों को टिकट देने से इनकार किया है। पार्टी ने एक परिवार एक टिकट का ऐलान किया है। इसी के तहत जोशी के बेटे को टिकट पर संशय की स्थिति है।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट के पार्टी के फैसले के बारे में जब पता चला तो मैंने इस बारे में पत्र लिखा है। रीता का कहना है कि अगर कोई चुनावी राजनीति में आना चाहता है और लंबे समय से समाजसेवा कर रहा है तो उसे टिकट में हर्ज नहीं होना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैंने पहले ही 2024 का चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर रखी है। अब मैं सासंदी छोड़कर पार्टी का काम करना चाहती हूं।
रीता बहुगुणा का कहना है कि अगर मौजूदा सांसद के बेटे को टिकट देने में दिक्कत है तो वो सांसदी छोड़ने को तैयार हैं। रीता जोशी जिस सीट लखनऊ कैंट से टिकट मांग रही हैं, उस पर बीजेपी में कई दावेदार हो गए हैं।