Highlights
- सीएम योगी ने कहा है कि उनकी तरफ से ये कृत्य किए जाते होंगे इसलिए उन्हें ऐसा लगता है।
- योगी आदित्यनाथ ने ये भी कहा कि आईटी के छापे एक रुटीन प्रकिया है जो पिछली सरकारों में भी हुआ है।
लखनऊ: मंदिर, विकास, रोजगार और किसान के बाद अब यूपी चुनाव में आयकर विभाग के छापे और फोन टैपिंग का भी मुद्दा छा गया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष ने सीधा हमला सीएम योगी आदित्यनाथ पर बोला है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार उनके फोन को टैप करा रही है। यहां तक की उनके करीबियों के फोन को भी सुना जा रहा है। सिर्फ इतना हीं नहीं हाल ही में अखिलेश ने अपने करीबियों पर हो रही आयकर की छापेमारी पर भी सवाल खड़े किए हैं। हालांकि इस आरोप का जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा है कि उनकी तरफ से ये कृत्य किए जाते होंगे इसलिए उन्हें ऐसा लगता है। योगी आदित्यनाथ ने ये भी कहा कि आईटी के छापे एक रुटीन प्रकिया है जो पिछली सरकारों में भी हुआ है।
कितना असर डालेंगे ये मु्द्दे
अखिलेश यादव आगे आने वाले दिनों में इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे। वो चाहेंगे कि इससे वो आम लोगों की साहनुभूति भी हासिल कर सकें ताकि उनका सत्ता को लेकर दावा और भी मजबूत हो जाए। अखिलेश के करीबियों पर आयकर विभाग के छापे कई राज्यों में पड़े हैं। कई दस्तावेज़ों को खंगाला जा रहै है। अखिलेश यादव ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये आरोप भी लगा दिया कि योगी सरकार हार के डर से बौखला गई है तभी वो अब केंद्र की ऐजंसियों का सहारा ले रही है। सवाल ये उठता है कि आखिर आने वाले चुनाव में ये मुद्दे अखिलेश के पक्ष में जाते हैं या नही? जनता इस कार्रवाई को कितना सही और कितना गलत मानती है इसके ऊपर बहुत कुछ निर्भर करता है।
छापेमारी कोई नई बात नही
ऐसा नही है कि यूपी में चुनाव से पहले आयकर विभाग की छापेमारी पहली बार हो रही है। छापेमारी की फेहरिस्त काफी लंबी है। ताजा घटनाक्रमों की बात करें तो पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले भी आयकर विभाग छापेमारी कर चुका है लेकिन सिर्फ ये आरोप लगा देना कि बीजेपी ही ऐसा करा रही है वो भी ठीक नही होगा क्योंकि कांग्रेस के कार्यकाल में भी विपक्षी दलों पर चुनाव से पहले आयकर विभाग के छापे पड़े हैं।
सपा को मिला विपक्षी दलों का साथ
अखिलेश को इस मुद्दे पर कांग्रेस का साथ भी मिल गया है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने छापेमारी को लेकर केंद्र पर हमला बोला है। उन्होने कहा कि जब कभी बीजेपी को हार का डर सताता है वो विपक्षी दलों पर ऐजंसियों का इस्तेमाल करने से पीछे नही हटती है। आम आदमी पार्टी के सांसद और यूपी के प्रभारी संजय सिंह ने भी छापेमारी की टाइमिंग पर सवाल उठाए हैं।