प्रयागराज: प्रयागराज नगर निगम, जहां माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की तूती बोलती थी वहां एक बार फिर से कमल खिल गया है। प्रयागराज नगर निगम से बीजेपी प्रत्याशी उमेश चंद्र गणेश केसरवानी को बड़ी जीत मिली है। केसरवानी ने 129394 वोटों से सपा प्रत्याशी अजय श्रीवास्तव को हरा दिया। उमेश चंद्र गणेश केसरवानी को कुल 235636 वोट मिले जबकि समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अजय श्रीवास्तव को 106242 वोट मिले।
बीजेपी प्रत्याशी ने लगातार बढ़त बनाए रखी
मतगणना की शुरुआत से ही बीजेपी प्रत्याशी केसरवानी अपने प्रतिद्वदी सपा प्रत्याशी पर बढ़त बनाए हुए थे। मतगणना का एक भी राउंड ऐसा नहीं रहा जब समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार आगे रहा है। वहीं इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रभा शंकर मिश्र तीसरे स्थान पर रहे। प्रभा शंकर मिश्र को कुल 40482 वोट मिले। वहीं चौथे नंबर पर बीएसपी के सईद अहमद रहे, सईद को कुल 36790 वोट मिले।
वहीं इस बार ओवैसी की पार्टी ने भी अपने उम्मीदवार को उतारा था। ओवैसी की पार्टी एआईएमाईएम के उम्मीदवार नकी खां को 24023 वोट मिले और वे पांचवें स्थान पर रहे। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मोहम्मद कादिर को 14251 वोट मिले और वो छठे स्थान पर रहे। प्रयागराज नगर निगम में मेयर पद के लिए कुल 21 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। यहां कुल 494344 वोट पड़े थे।
बता दें कि एक वक्त ऐसा था जब पूरे प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद की तूती बोलती थी। विधायक और सांसद बनने के बाद अतीक का रसूख और बढ़ गया था। नगर निगम और नगर पंचायत में भी अतीक का जबदस्त दखल था। नगर निकायों में अतीक के लोगों का कब्जा था। लेकिन सूबे में सरकार बदलने के साथ ही माफिया अतीक का गैंग कमजोर पड़ने लगा । पिछले महीने 15 अप्रैल की रात को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल परिसर में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों को पुलिस हिरासत में मेडिकल के लिए अस्पताल लाया गया था तभी तीन हमलावरों ने उसकी हत्या कर दी थी।
योगी आदित्यनाथ ने जीत पर कार्यकर्ताओं को बधाई दी
लखनऊ में भाजपा राज्य मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उप्र में भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत, सरकार और संगठन के बेहतर समन्वय तथा प्रधानमंत्री के सुयोग्य एवं यशस्वी नेतृत्व और उनके मार्गदर्शन में उप्र नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की है । उन्होंने कहा कि 17 नगर निगमों में पहली बार भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ विजय प्राप्त करने में सफल रहीं।