Highlights
- भाजपा के लिए सुरक्षित समझे जाने वाली मेरठ कैंट विधानसभा सीट पर इस बार दिलचस्प मुकाबला
- मेरठ कैंट पर चुनावों के पहले चरण में 10 फरवरी को मतदान होना है
मेरठ कैंट: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए बिगुल बज चुका है और सभी प्रमुख राजनीतिक दल चुनाव प्रचार के काम में व्यस्त हैं। भाजपा के लिए सुरक्षित समझे जाने वाली मेरठ कैंट विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प है। मेरठ कैंट पर चुनावों के पहले चरण में 10 फरवरी को मतदान होना है। मीडिया में अक्सर चर्चा में रहने वाली मेरठ कैंट विधानसभा सीट पर मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल (RLD) में माना जा रहा है। हालांकि बसपा, कांग्रेस, आप के प्रत्याशी भी मुकाबले में हैं।
मेरठ कैंट से भारतीय जनता पार्टी ने जहां अमित अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया है, वहीं गठबंधन की तरफ से RLD की मनीषा अहलावत मैदान में हैं। बहुजन समाज पार्टी ने अमित शर्मा को मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस के टिकट पर अवनीश काजला ताल ठोक रहे हैं।
2017 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी के सत्यप्रकाश अग्रवाल ने बसपा के उम्मीदवार सतेंद्र सोलंकी को ज्यादा मतों के अंतर से पराजित किया था। उन चुनावों में सत्यप्रकाश अग्रवाल को 132518 वोट मिले थे जबकि सतेंद्र सोलंकी के लिए 55899 लोगों ने वोटों के जरिए अपना समर्थन दिया था। कांग्रेस के प्रत्याशी रमेश ढींगरा 39650 मतों के साथ तीसरे स्थान पर थे।