Highlights
- अखिलेश ने कहा कि आंबेडकर के रास्ते से भटक गयी एक पार्टी सपा को पराजित करने के एक मात्र उद्देश्य से चुनाव लड़ रही है।
- सपा, भाजपा को हराने के काम में जुटी है लेकिन एक ऐसी पार्टी है जो सपा को रोकना चाहती है: सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव
- बसपा सुप्रीमो मायावती कई बार समाजवादी पार्टी पर दलितों के हितों के विरूद्ध कथित रूप से काम करने का आरोप लगा चुकी है।
बदायूं: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को परोक्ष रूप से बहुजन समाज पार्टी पर निशाना साधा। अखिलेश ने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर के रास्ते से भटक गयी एक पार्टी समाजवादी पार्टी को पराजित करने के एक मात्र उद्देश्य से चुनाव लड़ रही है। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने कहा, ‘सपा, भाजपा को हराने के काम में जुटी है लेकिन एक ऐसी पार्टी है जो सपा को रोकना चाहती है। वह पार्टी बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के रास्ते से भटक गयी है।’
‘बीजेपी की मदद कर रही है बीएसपी’
अखिलेश यादव ने कहा, ‘बीएसपी जीतने के लिए नहीं बल्कि बीजेपी को सत्ता में बने रहने में मदद करने के लिए चुनाव लड़ रही है। संविधान को बचाने के लिए समाजवादियों और आंबेडकरवादियों के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में बदलाव लाना होगा क्योंकि यह चुनाव नौजवानों का भविष्य तय करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि उस पार्टी के कई लोग ‘सपा में शामिल हो गये हैं।’ बीएसपी प्रमुख मायावती कई बार समाजवादी पार्टी पर 2021-17 के दौरान सत्ता में रहने के दौरान दलितों के हितों के विरूद्ध कथित रूप से काम करने का आरोप लगा चुकी है।
‘बीजेपी ने पेट्रोल महंगा कर दिया’
अखिलेश ने अपनी बात के पक्ष में संत रविदास नगर का नाम पिछली सपा सरकार द्वारा भदोही करने का हवाला दिया। पिछले विधानसभा चुनाव में जीतकर आये बीएसपी के 19 में से ज्यादातर विधायक इस चुनाव से पहले सपा के साथ हो गये। महंगाई को लेकर सरकार पर हमला करते हुए यादव ने कहा, ‘बीजेपी के लोग कहते थे कि गरीब हवाई जहाज में चलेंगे। लेकिन जब से सरकार में आए हैं डीजल पेट्रोल इतना महंगा कर दिया है कि गरीब की गाड़ी और नौजवान की मोटरसाइकिल नहीं चल पा रही है।’
’10 फरवरी को ही आ गया नतीजा’
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 58 सीटों पर हुए चुनाव का जिक्र करते हुए सपा सुप्रीमो ने कहा, ‘चुनाव का जो परिणाम 10 मार्च को आना था, वह जनता पहले चरण में 10 फरवरी को अपने मतदान कर फैसला सुना दिया है कि आने वाले समय में गठबंधन की सरकार आने जा रही है। दूसरे चरण का चुनाव बदायूं, संभल मुरादाबाद की तैयारी को देखकर लग रहा है कि बीजेपी का पूरा सफाया होने जा रहा है। बीजेपी के नेता कह रहे हैं कि गर्मी निकाल देंगे, लेकिन जैसे ही पहले चरण का चुनाव हुआ उनके कार्यकर्ता, नेता ठंडे पड़ गये हैं। जब यहां पर वोट पड़ेगा तो बचे हुए भी ठंडे हो जाएंगे।’
अखिलेश ने किए कई बड़े वादे
यादव ने नौजवानों को रोजगार दिलाने, पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, किसानों के खाद के मुद्दे को सुलझाने, फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) दिलाने जैसे कई वादे किए।