Highlights
- Asaduddin Owaisi ने कहा कि हमसे ज्यादा नाम जिन्ना का Yogi लेते हैं
- भारत के मुसलमानों ने जिन्ना के पैगाम को खारिज किया था- Asaduddin Owaisi
- अखलेश यादव ने 2014 का चुनाव हारा, 2017 का चुनाव हारे- Owaisi
Chunav Manch 2022: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले कई मुद्दे चर्चा में हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष Akhilesh Yadav के एक बयान के बाद पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना की भी एंट्री यूपी चुनाव में हुई थी। बीजेपी ने इसके बाद जिन्ना को लेकर अखिलेश यादव पर निशाना साधा था। देश के सबसे बड़े Chunav Manch में Asaduddin Owaisi से जब जिन्ना को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने दो टूक कहा कि भारत के मुसलमानों ने जिन्ना के पैगाम को खारिज किया था।
ओवैसी ने कहा, 'मैंने तो जिन्ना का नाम भी नहीं लिया है। योगी आदित्यनाथ को इतनी मोहब्बत क्यों हो गई। भारत का मुसलमान हो या यूपा का मुसलमान हो, हम लोगों ने तो जिन्ना के पैगाम को रिजेक्ट ही किया। अखिलेश यादव को किसने कहा था इस नाम को लेने के लिए। अखिलेश यादव ने 2014 का चुनाव हारा, 2017 का चुनाव हारे, 2019 में हारे। उत्तर प्रदेश के मुसलमानों को सेचना होगा कि उसके वोट की कीमत क्या है।
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा, 'ये लोग बीजेपी के साथ मिलकर खेलते हैं। अगर आपने योगी आदित्यनाथ के खिलाफ केस दर्ज किया होता तो वो आजतक चल रहा होता, लेकिन आपने जानबूझकर उनके खिलाफ केस दर्ज नहीं किया। समाजवादी पार्टी के लोग वोट लेते हैं और फिर परिवार की राजनीति करते हैं। अखिलेश का जिन्ना के बारे में कहना उनकी जहालत को दिखाता है। अगर वे मुस्लिमों के लिए पॉजिटिव अप्रोच रखते तो मुस्लिमों के लिए अस्पताल, स्कूल या डेवलपमेंट की बात करते। आप कुछ नहीं करते, आप सिर्फ पाकिस्तान की बात करते हैं। यह उनकी सोच है कि मुस्लिम उनका गुलाम है। जबकि ऐसा नहीं है।'
बता दें, 2017 के यूपी चुनाव में AIMIM कोई सीट नहीं जीत पाई थी। AIMIM ने 38 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन 37 सीटों पर जमानत जब्त हो गई थी। बिहार में 5 सीटें जीतने के बाद यूपी में उनकी एंट्री चर्चा का विषय बन गई है।