Highlights
- लहरपुर में इस बार किसकी लहर?
- 2017 में BJP के सुनील वर्मा जीते
- फिर से BJP या बसपा करेगी वापसी?
लहरपुर विधानसभा सीट सीतापुर के अंतर्गत आती है। लहरपुर को टाउन एरिया का दर्जा प्राप्त है। सपा-बसपा का गढ़ रही यह सीट 2017 में BJP के कब्जे में आ गई। 2007 और 2012 में इस सीट पर बसपा का कब्जा रहा। 2017 में BJP के सुनील वर्मा को यहां से जीत मिली। इस बार भी BJP ने सुनील वर्मा को टिकट दिया है। लहरपुर में इस बार किसकी लहर है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ ( ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम लहरपुर विधानसभा पहुंची। बातचीत के दौरान कुछ लोगों ने कहा कि सरकार धर्म के नाम पर समाज को बांट रही है। तो वहीं कुछ लोगों ने कहा कि 2017 के बाद से यहां की गरीब जनता को बहुत सुविधाएं मिली हैं। वहीं किसानों का कहना था कि पशु हमारी फसल बरबाद कर रहे हैं।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
लहरपुर विधानसभा सीट के चुनावी अतीत की बात करें तो ये सीट 1993 के विधानसभा चुनाव से ही सपा और बसपा का गढ़ रही है। साल 1993 में इस सीट से सपा के अनिल कुमार, 1996 में बसपा के बुनियाद हुसैन अंसारी, 2002 में सपा के अनिल कुमार, 2007 और 2012 में बसपा के मोहम्मद जसमीर अंसारी विधायक निर्वाचित हुए थे। और 2017 में इस सीट पर BJP को जीत मिली थी।
सामाजिक ताना-बाना
लहरपुर विधानसभा में ब्राह्मण, राजपूत, और ओबीसी वर्ग के मतदाता अच्छी तादाद में हैं। अनुसूचित जाति के वोटर भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इस बार यहां चौथे चरण में 23 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। विधायक का दावा है कि उनके कार्यकाल में क्षेत्र में बहुत काम हुआ है। हालांकि विरोधी पक्ष उनके दावे को सिरे से खारिज कर रहा है।