Highlights
- बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने बुंदेलखंड के बांदा के बबेरू, झांसी के गरौठा और उरई में आयोजित जनसभाओं को संबोधित किया।
- सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘आवास योजना में 43 लाख पक्के मकान’ दिए हैं।
- स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव के शासनकाल में सिर्फ उनके दरबारियों और गुंडों का ही विकास हुआ है।
बांदा: भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि अखिलेश यादव फ्यूज बल्ब हैं। सपा सुप्रीमो पर हमला बोलते हुए स्वतंत्र देव ने आगे कहा कि फ्यूज बल्ब को लोग फिर से होल्डर में नहीं लगाते। उन्होंने कहा कि बीजेपी LED का वह बल्ब है जिसने उत्तर प्रदेश के हर घर को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं से रोशन कर दिया है।
शुक्रवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने बुंदेलखंड के बांदा के बबेरू, झांसी के गरौठा और उरई में आयोजित जनसभाओं को संबोधित करते हुए दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘आवास योजना में 43 लाख पक्के मकान’ दिए हैं और एक करोड़ 38 लाख से ज्यादा लोगों को ’मुफ्त बिजली कनेक्शन’ दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमने उस पक्के मकान की रसोई में उज्ज्वला का फ्री गैस कनेक्शन दिया है, जिससे कि खाना बनाते हुए हमारी बहन बेटियों की आखों में धुआं न लगे।
स्वतंत्र देव सिंह ने समाजवादी पार्टी के राज के कानून व्यवस्था और परिवारवाद पर हमला बोलते हुए कहा कि अखिलेश यादव के शासनकाल में सिर्फ उनके दरबारियों और गुंडों का ही विकास हुआ है, लेकिन योगी-मोदी की डबल इंजन की सरकार ने युवाओं को रोजगार, बहन-बेटियों को कानूनी सुरक्षा और व्यापारियों के लिए व्यवसाय करने की सुविधा और आजादी दी है।
वहीं, परिवारवादी होने के बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए अखिलेश ने जालौन में शुक्रवार को कहा कि जिसके परिवार होता है वही उनका दुख दर्द समझ सकता है। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी के नेता कह रहे हैं कि हम घोर परिवारवादी हैं, जिसका परिवार होता है, वही परिवार वालों का दुख दर्द समझता है। यह बीजेपी के नेता, इनके कोई परिवार नहीं है, यह क्या जानें परिवार का दुख दर्द। एक परिवार वाला ही अपना दायित्व, अपनी जिम्मेदारी समझ सकता है। एक परिवार वाला ही समझता है कि मंहगाई क्या है? नौजवान बेरोजगार, मंहगाई की मार को महसूस करते हैं।' (भाषा)