Highlights
- सरधना विधानसभा सीट से बीजेपी के संगीत सोम वर्तमान विधायक हैं जो अपने बयानों के चलते अक्सर चर्चा में रहते हैं।
- 2017 में संगीत सोम को 97921 वोट मिले थे जबकि अतुल प्रधान 76296 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे थे।
- बसपा के हाफिज इमरान याकूब के नाम के आगे का बटन 57239 लोगों ने दबाया था और वह तीसरे नंबर पर रहे थे।
सरधना: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए बिगुल बज चुका है और सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने प्रचार अभियान में तेजी ला दी है। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में पड़ने वाली सरधना विधानसभा सीट पर चुनावों के पहले चरण में 10 फरवरी को मतदान होना है। सरधना विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के संगीत सोम वर्तमान विधायक हैं जो अपने बयानों के चलते अक्सर चर्चा में रहते हैं। बीजेपी ने 2022 के चुनावों में सरधना सीट से एक बार फिर संगीत सोम को ही मैदान में उतारा है।
सरधना विधानसभा सीट पर लगातार 2 बार से भारतीय जनता पार्टी का परचम लहराने वाले संगीत सोम के सामने समाजवादी पार्टी ने अतुल प्रधान को फिर से मौका दिया है। सरधना विधानसभा सीट को भारतीय जनता पार्टी का गढ़ माना जाता है, और 1993 के बाद से सिर्फ एक बार बीजेपी ने यह सीट हारी है, जब 2007 के विधानसभा चुनावों में बहुजन समाज पार्टी के चंद्र वीर सिंह ने जीत दर्ज की थी। इस बार बसपा से संजीव कुमार धामा ताल ठोक रहे हैं।
2017 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो बीजेपी के संगीत सिंह सोम ने सपा के अतुल प्रधान को 21 हजार से भी ज्यादा मतों के अंतर से पराजित किया था। 2017 में संगीत सोम को 97921 वोट मिले थे जबकि अतुल प्रधान 76296 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। बसपा के हाफिज इमरान याकूब के नाम के आगे का बटन 57239 लोगों ने दबाया था और वह तीसरे नंबर पर रहे थे। आरएलडी के वकील चौधरी 3920 वोट पाकर काफी पीछे थे।