Highlights
- यूपी विधानसभा चुनाव 2022: विनय शंकर तिवारी सपा के टिकट से मैदान में हैं
- बीजेपी ने राजेश त्रिपाठी को बनाया उम्मीदवार
- उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा चुनावों को लेकर मतगणना 10 मार्च को होगी
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में चिल्लूपार विधानसभा सीट आती है। गोरखपुर जिले में विधानसभा की कुल 9 सीटें हैं, जिसमें से एक गोरखपुर के दक्षिणांचल में स्थित चिल्लूपार विधानसभा सीट (Chillupar Assembly Seat) भी शामिल है। गोरखपुर की चिल्लूपार विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास बेहद ही दिलचस्प रहा है। यूपी में छठे चरण में 3 मार्च को जिन सीटों पर वोटिंग होनी है, उनमें गोरखपुर की चिल्लूपार विधानसभा सीट भी शामिल है।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा चुनावों को लेकर मतगणना 10 मार्च को होगी। गोरखपुर जिले की चिल्लूपार विधानसभा सीट पर बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी ने 1985 से 2002 तक लगातार 6 बार जीत दर्ज की थी, तो वहीं उनके बेटे विनय शंकर तिवारी 2017 में इस सीट पर बसपा के टिकट पर विजय हुए थे। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में विनय शंकर तिवारी सपा के टिकट से मैदान में हैं, जिनका मुकाबला बीजेपी के राजेश त्रिपाठी से माना जा रहा है।
जानिए इस बार किस पार्टी से कौन है उम्मीदवार
गोरखपुर की चिल्लूपार विधानसभा सीट (Gorakhpur Chillupar Vidhan Sabha Chunav) पर इस बार जनता किसे पास करेगी? इसका फैसला 10 मार्च को होगा। चिल्लूपार विधानसभा सीट पर इस बार यूपी 2022 विधानसभा चुनाव में सपा और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला देखा जा रहा है। बदले राजनीतिक समीकरणों के चलते विनय शंकर तिवारी सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, तो वहीं बीजेपी ने 2017 में दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के राजेश त्रिपाठी को टिकट दिया है। वहीं बसपा ने राजेंद्र सिंह पहलवान को टिकट दिया है जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) ने सूरज कुमार को मैदान में उतारा गया है।
2017 का जनादेश
गोरखपुर जिले की चिल्लूपार विधानसभा सीट पर 2017 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां बसपा के टिकट पर विनय शंकर तिवारी ने 78177 वोटों के साथ जीत दर्ज की थी। 74818 वोटों के साथ बीजेपी के राजेश त्रिपाठी दूसरे नंबर पर रहे थे जबकि सपा के टिकट से चुनाव लड़े राम निषाद 55422 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे थे। गोरखपुर जिले की चिल्लूपार विधानसभा सीट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में कुल 55422 लोगों ने नोटा (None of the Above) का बटन दबाया था।