नई दिल्ली: आज दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने MCD का दंगल जीत लिया। 15 साल से MCD पर बीजेपी का कब्जा था, जिसे छुड़ाकर अब अरविंद केजरीवाल की पार्टी काबिज हो गई। 250 सीटों की ये जंग काफी शानदार रही, दोनों ओर से जीत के दावे किए गए थे। वहीं, बीजेपी के टिकट पर नगर निगम चुनाव लड़ने वालीं दिल्ली की तीन पूर्व महिला महापौर को बुधवार को जीत मिली है जबकि उत्तरी दिल्ली के एक पूर्व महापौर को शिकस्त का सामना करना पड़ा। एमसीडी के 250 वार्ड के लिए चार दिसंबर को वोटिंग हुई थी और काउंटिंग गुरुवार को हुई। आम आदमी पार्टी (आप) को 134 सीटों पर जीत मिली है। जबकि, बीजेपी 104 सीटों पर सिमट गई। वहीं 250 सीटों में देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को सिर्फ 9 सीटें ही मिलीं।
बीजेपी ने आप को दी जोरदार टक्कर
‘एक्जिट पोल’ में बीजेपी को करारी हार मिलती दिख रही थी, लेकिन पार्टी ने जोरदार टक्कर दी। शुरुआती रूझान में बीजेपी AAP से काफी आगे थी, लेकिन बाद में रुख अरविंद केजरीवाल की पार्टी के पक्ष में हो गया। पूर्व महिला महापौर नीमा भगत, सत्या शर्मा और कमलजीत सहरावत को जीत मिली है। भगत और शर्मा पूर्वी दिल्ली की महापौर रह चुकी हैं जबकि सहरावत दक्षिण दिल्ली की महापौर थीं। दिल्ली के तीन नगर निगम- पूर्वी, दक्षिणी और उत्तरी दिल्ली नगर निगम- को मई 2022 में एकीकृत कर दिया गया था और परिसीमन के बाद चुनाव हुए थे।
गीता कॉलोनी से नीमा भगत, गौतम पुरी से सत्या शर्मा और द्वारका-बी वार्ड से कमलजीत सहरावत को जीत
गीता कॉलोनी वार्ड से जीत हासिल करने वालीं भगत ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं और हमारे इलाके में जश्न का माहौल है। पार्टी कार्यकर्ता ढोल बजा रहे हैं, नाच रहे हैं और सेल्फी ले रहे हैं। हमारी पार्टी ने निकाय चुनावों में अच्छी टक्कर दी है।” द्वारका-बी वार्ड से जीत दर्ज करने वाली सहरावत ने ट्विटर पर मतदाताओं का शुक्रिया अदा किया। शर्मा गौतम पुरी वार्ड से जीती हैं।
उत्तरी दिल्ली के पूर्व महापौर अवतार सिंह सिविल लाइंस वार्ड में ‘आप’ के उम्मीदवार विकास से 6,953 मतों के अंतर से हार गए। उत्तर-पूर्वी दिल्ली की सीलमपुर सीट से शकीला बेगम समेत तीन निर्दलीय उम्मीदवारों को भी जीत मिली है।