चेन्नई: तमिलनाडु में शहरी निकाय चुनावों के लिए मतदान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शनिवार सुबह सात बजे शुरू हो गया। दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उनके लिए रैंप भी बनाए गए हैं। तमिलनाडु के 38 जिलों के शहरी क्षेत्रों में मतदान हो रहा है। तमिलनाडु राज्य निर्वाचन आयोग वेब स्ट्रीमिंग और सीसीटीवी कैमरे के जरिए मतदान केंद्रों की निगरानी कर रहा है और सुरक्षा के लिए पुलिस के करीब एक लाख कर्मियों को तैनात किया गया है।
प्राधिकारियों ने बताया कि रैंप और व्हीलचेयर की व्यवस्था भी की गयी है। नगर निगमों, नगरपालिकाओं और शहर पंचायतों समेत 648 शहरी स्थानीय निकायों में वार्ड सदस्यों के 12,607 पदों के लिए 57,778 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं और 31,000 से अधिक मतदान केंद्रों में मतदान चल रहा है। मतदान का समय सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक है लेकिन आखिरी का एक घंटा कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों के मतदान के लिए सुरक्षित किया गया है। सत्तारूढ़ द्रमुक और उसके सहयोगी साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।
तमिलनाडु राज्य चुनाव आयुक्त वी. पलानीकुमार ने कहा कि राज्य भर में स्थापित किए गए 30,735 मतदान केंद्रों में से 5,960 को संवेदनशील बूथों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। संवेदनशील बूथों पर मतदान की लाइव व्यवस्था की जा रही है और 268 मतगणना केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। पलानीकुमार ने कहा कि मतदाता बूथों में मोबाइल फोन नहीं ले जा सकते। मतदाता पहचान पत्र के रूप में मतदाता पहचान पत्र के अलावा अन्य 11 दस्तावेजों का उपयोग कर सकते हैं।
इस बीच अंबुर नगर पालिका के वार्ड 24 में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में खराबी के कारण मतदान में एक घंटे से अधिक की देरी हुई। मतदाताओं के लिए बूथ पर्चियां उपलब्ध नहीं होने से चेन्नई निगम के कई वाडरे में भ्रम की स्थिति बनी हुई है।चेन्नई, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, मदुरै, इरोड, सेलम, तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी सहित तमिलनाडु के कई जिलों में भारी भीड़ देखी जा रही है। सत्तारूढ़ द्रमुक के नेतृत्व वाला मोर्चा चुनाव में विपक्षी अन्नाद्रमुक के नेतृत्व वाले मोर्चे से सीधा मुकाबला कर रहा है। मतगणना 22 फरवरी को होगी।
इनपुट-एजेंसी