शिमला: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को जनता ने जनादेश तो दे दिया है लेकिन सूबे का अगला सीएम कौन होगा इस पर सस्पेंस बरकरार है। कल विधायक दल की बैठक में पार्टी के विधायकों ने अपना फैसला हाईकमान पर छोड़ा है। पार्टी के पर्यवेक्षक भूपेश बघेल और भूपेंद्र हुड्डा आज पार्टी अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे जिसके बाद दिल्ली में तय होगा कि हिमाचल का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। फिलहाल जो तस्वीरें उभर कर सामने आ रही हैं, उसमें सुखविंदर सुक्खू, प्रतिभा सिंह और मुकेश अग्निहोत्री सीएम की रेस में शामिल बताए जा रहे हैं।
सीएम के दावेदारों ने दिखाया दमखम
इससे पहले कल शिमला में हाईवोल्टेज ड्रामे के बीच विधायक दल की बैठक रात 8 बजे हुई। जबकि यह बैठक दोपहर तीन बजे ही होनी थी। सीएम के दावेदार समर्थकों के जरिए अपना दमखम दिखाते नजर आए। विधायक दल की बैठक से पहले मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल प्रतिभा सिंह, मुकेश अग्निहोत्री और सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने समर्थकों के साथ राज्य की राजधानी शिमला में पार्टी कार्यालय पहुंचे। उनके समर्थकों ने उनके पक्ष में नारे लगाए।
पार्टी नेतृत्व लेगा आखिरी फैसला
विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस के हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि एक पंक्ति का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया और अब पार्टी के पर्यवेक्षक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा शनिवार को पार्टी आलाकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। पार्टी के भीतर गुटबाजी का खंडन करते हुए, शुक्ला ने कहा कि विधायक दल के नेता के पद के लिए कोई नाम सामने नहीं आया और विधायकों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया कि पार्टी नेतृत्व इस पर निर्णय करे।
सीएम की रेस में इन नेताओं के नाम
सीएम की रेस में प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह सबसे आगे हैं और उन्होंने खुद भी सीएम पद के लिए दावा ठोक दिया है। प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने भी अपनी मां के सीएम बनाने की ख्वाहिश जाहिर की है। प्रतिभा सिंह ने कहा कि यह चुनाव वीरभद्र सिंह के नाम पर जीता गया है। क्या आप अपने परिवार की विरासत को नजरअंदाज कर सकते हैं?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह भी मुख्यमंत्री की दौड़ में आगे चल रहे हैं। कांग्रेस की प्रचार समिति के प्रमुख हैं और हिमाचल से रिकॉर्ड पांचवीं बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। वे 1989 से 1995 तक कांग्रेस की छात्र ईकाई एनएसयूआई के अध्यक्ष रहे। 1999 से 2008 के बीच युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे।
वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह का है। विक्रमादित्य सिंह ने शिमला ग्रामीण सीट से दूसरी बार जीते दर्ज की है। विक्रमादित्य ने युवाओं को जोड़ने के लिए चुनाव से पहले पूरे राज्य में रोजगार संघर्ष यात्रा निकाली। विक्रमादित्य नौजवान हैं और ऐसा करके पार्टी युवाओं को आगे बढ़ाने का नया संदेश दे सकती है। हालांकि सीएम पद के लिए अपनी मां प्रतिभा सिंह के नाम सहमति बन जाने पर वे अपनी दावेदारी वापस ले सकते हैं।
हिमाचल में सीएम की रेस में मुकेश अग्निहोत्री का नाम भी चल रहा है।पिछले पांच साल तक मुकेश ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाई है। इसके अलावा वो पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं।