उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी उपचुनाव समाजवादी पार्टी (SP) और राष्ट्रीय लोकदल (RLD) साथ मिलकर लड़ेंगे। इसकी जानकारी सपा ने ट्वीट कर दी है। सपा ने ट्वीट किया, ''उत्तरप्रदेश में होने वाले आगामी उपचुनाव में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल मिलकर चुनाव लड़ेंगे। मैनपुरी लोकसभा और रामपुर विधानसभा सीट पर सपा प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे और खतौली विधानसभा सीट पर आरएलडी का प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा।'' इन तीनों सीटों पर 5 दिसंबर को चुनाव होने हैं। आठ दिसंबर को रिजल्ट आएगा।
इन सीटों पर क्यों हो रहे हैं उपचुनाव?
मैनपुरी लोकसभा सीट: समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी की लोकसभा सीट खाली हो गई थी। यही वजह है कि यहां उपचुनाव होने जा रहा है। सपा के इस अभेद्य किले को भेदने के लिए सभी राजनीतिक दल प्रत्याशी को लेकर मंथन कर रहे हैं। हालांकि इस सीट पर मुकाबला सपा और भाजपा के बीच माना जा रहा है।
रामपुर विधानसभा सीट: यह सीट सपा के विधायक रहे आजम खान को हेट स्पीच मामले में तीन साल की सजा होने के चलते खाली हुई है। यूपी में योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही आजम खान की मुश्किलें ऐसी बढ़ीं कि उन्हें ना सिर्फ जेल जाना और अदालत के चक्कर लगाने पड़े, बल्कि अपनी विधानसभा सीट भी गंवानी पड़ गई। रामपुर सीट पर जीत दर्ज करना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है, क्योंकि पार्टी आज तक यहां भगवा नहीं लहरा पाई है।
खतौली विधानसभा सीट: विधानसभा प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे द्वारा जारी किए गए आदेश में कहा गया कि 15 खतौली विधानसभा क्षेत्र से विक्रम सिंह निर्वाचित हुए थे, उन्हें मुजफ्फरनगर दंगे में दोषी पाए जाने के बाद उन्हें दो साल की सजा सुनाई गई है। इसके बाद से विक्रम सैनी की विधानसभा की सदस्यता को भी रद्द कर दिया। वहीं निर्वाचन आयोग ने बताया कि बीजेपी विधायक विक्रम सिंह को विधायकी से अयोग्य घोषित किए जाने की वजह से इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है।